National Investigation Agency: राष्ट्रिय जांच एजेंसी (NIA) ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक बड़े फर्जी पासपोर्ट मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए इसके मुख्य सरगना राहुल सरकार को गिरफ्तार किया है. NIA ने आरोपी को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे रिमांड पर लिया गया. राहुल पर सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद मुख्य आरोपियों को देश से बाहर भगाने में सहायता करने का गंभीर आरोप है.
NIA की गहन जांच में खुलासा हुआ कि राहुल सरकार लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए फर्जी पासपोर्ट बनाने का काम करता था. वह गैंग के अपराधियों को विदेश भगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था. जांच एजेंसी के मुताबिक, राहुल ने बिश्नोई गैंग के लिए कई बड़ी आपराधिक वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधियों को सुरक्षित विदेश पहुंचाने में मदद की. विशेष रूप से, सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद उसने मुख्य आरोपियों को देश से बाहर भगाने में अहम भूमिका निभाई.
National Investigation Agency has arrested a key aide of the #LawrenceBishnoi gang involved in helping members of the syndicate with fake passports to evade arrest by fleeing the country. pic.twitter.com/Ybt7YOn7pM
— All India Radio News (@airnewsalerts) May 23, 2025
मूसेवाला हत्याकांड के मुख्य आरोपी का सहयोगी
NIA ने बताया कि राहुल सरकार ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मुख्य आरोपी सचिन थापन उर्फ 'सचिन बिश्नोई' की भी मदद की थी. सचिन बिश्नोई 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता है. राहुल की गिरफ्तारी इसी मामले के तहत की गई है. यह केस अगस्त 2022 में गृह मंत्रालय के निर्देश पर दर्ज किया गया था. NIA का कहना है कि राहुल का नेटवर्क कई अन्य आपराधिक गतिविधियों में भी शामिल हो सकता है.
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड
29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले के जवाहरके गांव में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की निर्मम हत्या कर दी गई थी. हमलावरों ने उनकी कार को घेरकर लगभग 35-40 राउंड गोलियां चलाई थी. सिद्धू को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. इस हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग ने ली थी. पुलिस ने इस मामले में 30 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था.