menu-icon
India Daily

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में मुंबई पुलिस की बड़ी कार्रवाई, गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों पर लगाया मकोका

Case: दिवंगत एनसीपी नेता बाबा सिद्दिकी की हत्या के मामले में मुंबई पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने शनिवार को इस हत्याकांड में शामिल 26 आरोपियों पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (MCOCA) लगाया है. बाबा सिद्दिकी की हत्या 12 अक्टूबर को मुंबई के निरमल नगर इलाके में उनके बेटे विधायक जीशान सिद्दिकी के ऑफिस के बाहर तीन हमलावरों द्वारा की गई थी.

auth-image
Edited By: Sagar Bhardwaj
Mumbai Police imposed MCOCA on all 26 accused arrested in Baba Siddiqui murder case

Baba Siddiqui Murder Case: दिवंगत एनसीपी नेता बाबा सिद्दिकी की हत्या के मामले में मुंबई पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने शनिवार को इस हत्याकांड में शामिल 26 आरोपियों पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (MCOCA) लगाया है. बाबा सिद्दिकी की हत्या 12 अक्टूबर को मुंबई के निरमल नगर इलाके में उनके बेटे विधायक जीशान सिद्दिकी के ऑफिस के बाहर तीन हमलावरों द्वारा की गई थी. हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी. इस मामले में अब तक पुलिस ने 26 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं.

क्या है MCOCA 
महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (MCOCA) 1999 में लागू हुआ था, जिसका उद्देश्य संगठित अपराध और गैंगस्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना है. यह अधिनियम विशेष रूप से अपराधी संगठनों या गैंगों द्वारा किए गए अपराधों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए बनाया गया है. इस अधिनियम के तहत अगर किसी अपराधी के कारण किसी व्यक्ति की हत्या होती है, तो आरोपी को मृत्यु दंड या आजीवन कारावास और जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है. अन्य मामलों में आरोपी को कम से कम पांच साल की सजा हो सकती है, जो आजीवन कारावास तक बढ़ सकती है.

मुख्य आरोपी आकाशदीप गिल पंजाब से गिरफ्तार
बाबा सिद्दिकी हत्याकांड में मुंबई पुलिस की जांच में यह सामने आया कि मुख्य आरोपी आकाशदीप गिल ने मुख्य साजिशकर्ताओं के साथ संपर्क स्थापित करने के लिए एक मजदूर के मोबाइल इंटरनेट हॉटस्पॉट का इस्तेमाल किया. आकाशदीप, जो पंजाब से गिरफ्तार हुआ था, हत्या की साजिश में लॉजिस्टिक्स समन्वयक था. मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि गिल ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने मजदूर बलविंदर के हॉटस्पॉट का उपयोग किया, जिससे वह पुलिस की नजरों से बच सका. पुलिस ने कहा कि गिल का मोबाइल फोन इस मामले में महत्वपूर्ण साक्ष्य हो सकता है, जिसे अभी भी तलाशा जा रहा है.

उत्तर प्रदेश से भी हुईं गिरफ्तारियां 
इस मामले में एक और महत्वपूर्ण गिरफ्तारी हुई जब शूटर शिव कुमार और चार अन्य आरोपी 10 नवंबर को उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और मुंबई क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम द्वारा यूपी के बहरेच जिले से गिरफ्तार किए गए. इन आरोपियों को पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है. इसके अलावा, हत्या के वित्तीय मामलों से जुड़े आरोपी सलमान वोहरा को भी गिरफ्तार किया गया है.

पहले से ही बिश्नोई गैंग की रडार पर थे सिद्दीकी
मुंबई क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, बाबा सिद्दिकी पहले से ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग के रडार पर थे और उनके खिलाफ योजनाबद्ध तरीके से हमला किया गया था.