दक्षिण-पश्चिम मानसून ने रविवार को महाराष्ट्र में समय से पहले प्रवेश किया, जो तय समय से 14 दिन पहले है. पुणे जिले के पूर्वी हिस्सों जैसे बारामती और दौंड तहसीलों सहित कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अगले तीन दिनों में मानसून के मुंबई और अन्य भागों में आगे बढ़ने की उम्मीद है.
आईएमडी ने 24 मई को केरल में मानसून के पहुंचने के ठीक एक दिन बाद इसकी समय से पहले शुरुआत की पुष्टि की, जो कि इसकी सामान्य तिथि से आठ दिन पहले थी. आईएमडी पुणे के मौसम और पूर्वानुमान प्रभाग के पूर्व प्रमुख अनुपम कश्यपी ने कहा कि यह भारत में मानसून के एक मजबूत और दुर्लभ आगमन को दर्शाता है. इसने सभी प्रारंभिक मापदंडों को पूरा किया और केरल में प्रवेश करने के 24 घंटे के भीतर महाराष्ट्र पहुंच गया. इतनी जल्दी आगमन का एकमात्र अन्य उदाहरण 20 मई, 1990 को था.
आईएमडी के अनुसार, मानसून अब तक दक्षिण कोंकण के कुछ हिस्सों तक पहुंच चुका है तथा इसके पूरे राज्य में फैलने की उम्मीद है. अगले दो दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, तथा 27 मई तक घाट क्षेत्रों और पुणे शहर के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा होने की संभावना है.
कहां पहुंचा मानसून
शुरुआती मानसून देश के पश्चिमी और पूर्वी तटों पर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है. रविवार तक, यह कर्नाटक के ज़्यादातर इलाकों, पूरे गोवा राज्य, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और बंगाल की खाड़ी के पश्चिमी-मध्य और उत्तरी इलाकों तक पहुंच चुका है. यह मिज़ोरम, मणिपुर और नागालैंड के कुछ हिस्सों में भी आगे बढ़ चुका है. अगले तीन दिनों में मानसून के मध्य अरब सागर के अतिरिक्त भागों, मुंबई सहित महाराष्ट्र के शेष क्षेत्रों, बेंगलुरु सहित कर्नाटक के अधिक क्षेत्रों, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के शेष क्षेत्रों तथा पूर्वोत्तर के अधिक क्षेत्रों को कवर करने की उम्मीद है.