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India Daily

दल-बदल विरोधी कानून के पहले 'शिकार', इंदिरा गांधी से भी कनेक्शन; जानें कौन हैं मिजोरम के भावी CM

मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों के लिए वोटों की गिनती जारी है. जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) को चुनाव में भारी बहुमत मिलती दिख रही है. बहुमत के लिए जरूरी आकड़े से ज्यादा सीटों पर ZPM के उम्मीदवार आगे चल रहे हैं.

Om Pratap
Edited By: Om Pratap
Know about ex ips Lalduhoma ZPM CM Candidates

हाइलाइट्स

  • दल-बदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य होने वाले पहले सांसद
  • 2018 विधानसभा चुनाव में भी मुख्यमंत्री उम्मीदवार थे लालदुहोमा

Mizoram Election Result: मिजोरम चुनाव के नतीजे आते ही पूर्व IPS अधिकारी लालदुहोमा की चर्चा होने लगी है. लालदुहोमा, जेडपीएम की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं. फिलहाल, 40 विधानसभा सीटों के लिए काउंटिंग जारी है, जिसमें जेडपीएम राज्य में सरकार बनाने की ओर से बढ़ रही है. 

मिजोरम में वोटों की गिनती जारी रहने के बीच सभी की निगाहें 74 साल के पूर्व आईपीएस अधिकारी लालदुहोमा पर हैं. उनकी पार्टी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के प्रदर्शन की भी चर्चा हो रही है. लालदुहोमा की पार्टी मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा के नेतृत्व वाले मिज़ो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) से काफी आगे निकल गई है.

कौन हैं लालदुहोमा?

जोरम पीपुल्स मूवमेंट के लालदुहोमा ने भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के एक अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया और गोवा में अपनी सेवाएं दीं. गोवा के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में उनका ट्रांसफर कर दिया गया. दिल्ली में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सुरक्षा के प्रभारी के रूप में काम किया. 

सेवा से बाहर आने के बाद, उन्होंने जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) की स्थापना की और 1984 में लोकसभा चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया. हालांकि, एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्हें दल-बदल विरोधी कानून के तहत अयोग्यता का सामना करना पड़ा. अयोग्यता का सामना करने वाले वे पहले सांसद बने.

2018 में भी मुख्यमंत्री उम्मीदवार थे लालदुहोमा

पिछले विधानसभा चुनाव यानी 2018 में भी लालदुहोमा को ZNP के नेतृत्व वाले ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में चुना गया था.

दलबदल विरोधी कानून का उल्लंघन करने के लिए उन्हें 2020 में विधानसभा के सदस्य के रूप में भी अयोग्य घोषित कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने 2021 में सेरछिप सीट के लिए उपचुनाव जीता. फिलहाल, वे सेरछिप विधानसभा सीट से विधायक हैं और पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं.