नई दिल्ली. Mayawati On SP: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य अपने अजीबो गरीब बयनों को लेकर हमेशा सुर्खियों में बनें रहते हैं. हाल ही में उन्होंने बदरीनाथ धाम को लेकर बयान दिया था. इसके बाद उनके बयान पर कई नेताओं ने पलटवार किया. अब उनके बयान कतो लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा पर तीखा हमला बोलते हुए आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले इस तरह के बयान देकर धार्मिक विवाद पैदा करना चाहते हैं लेकिन बौद्ध व मुस्लिम समाज के लोग इनेक बहकावे में नहीं आने वाले हैं.
विशुद्ध राजनीतिक बयान
मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा, “समाजवादी पार्टी के नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्य का ताजा बयान कि बद्रीनाथ सहित अनेकों मन्दिर बौद्ध मठों को तोड़कर बनाये गये हैं तथा आधुनिक सर्वे अकेले ज्ञानवापी मस्जिद का क्यों बल्कि अन्य प्रमुख मन्दिरों का भी होना चाहिए, नए विवादों को जन्म देने वाला यह विशुद्ध राजनीतिक बयान.”
1. समाजवादी पार्टी के नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्य का ताजा बयान कि बद्रीनाथ सहित अनेकों मन्दिर बौद्ध मठों को तोड़कर बनाये गये हैं तथा आधुनिक सर्वे अकेले ज्ञानवापी मस्जिद का क्यों बल्कि अन्य प्रमुख मन्दिरों का भी होना चाहिए, नए विवादों को जन्म देने वाला यह विशुद्ध राजनीतिक बयान।
— Mayawati (@Mayawati) July 30, 2023
इनके बहकावे में नहीं आएगा समाज
मायावती ने स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) को लेकर कहा कि जब वो भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मंत्री में तो ऐसा मुद्दा क्यों नहीं उठाया उस समय सरकार पर दबाव क्यों नहीं बनाया.
2. जबकि श्री मौर्य लम्बे समय तक बीजेपी सरकार में मंत्री रहे किन्तु तब उन्होंने इस बारे में पार्टी व सरकार पर ऐसा दबाव क्यों नहीं बनाया? और अब चुनाव के समय ऐसा धार्मिक विवाद पैदा करना उनकी व सपा की घिनौनी राजनीति नहीं तो क्या है? बौद्ध व मुस्लिम समाज इनके बहकावे में आने वाले नहीं।
— Mayawati (@Mayawati) July 30, 2023
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "जबकि श्री मौर्य लम्बे समय तक बीजेपी सरकार में मंत्री रहे किन्तु तब उन्होंने इस बारे में पार्टी व सरकार पर ऐसा दबाव क्यों नहीं बनाया? और अब चुनाव के समय ऐसा धार्मिक विवाद पैदा करना उनकी व सपा की घिनौनी राजनीति नहीं तो क्या है? बौद्ध व मुस्लिम समाज इनके बहकावे में आने वाले नहीं."
बदरीनाथ धाम पर दिया था बयान
स्वामी प्रसाद मौर्य ने ज्ञानवापी मस्जिद के एएसआई सर्वे को लेकर कहा था कि ऐसा सर्वे मंदिरों का भी होना चाहिए. क्योंकि बौद्ध मठों को तोड़कर ही हिंदुओं ने अपने मंदिर बनाए हैं. बदरीनाथ धाम (Badrinath Dham) के बारे में कहते हुए उन्होंने कहा कि 8वीं शताब्दी में आदि शंकराचार्य ने बौद्ध मठ को बदरीनाथ धाम बना दिया था.
यह भी पढे़ं- 45 दिनों तक नहीं खराब होता ये टमाटर, जानिए क्या है कारण?