menu-icon
India Daily

प्रयागराज में महाकुंभ तो मकर संक्रांति पर हरिद्वार की गंगा में डुबकी लगाने क्यों पहुंचे अखिलेश यादव?

समाजवादी पार्टी के प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मकर संक्रांति के अवसर पर हरिद्वार में मां गंगा का आशीर्वाद लिया.

auth-image
Edited By: Garima Singh
AKHILESH YADAV
Courtesy: X

Akhilesh Yadav : समाजवादी पार्टी के प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मकर संक्रांति के अवसर पर हरिद्वार में मां गंगा का आशीर्वाद लिया.

इस पावन मौके की तस्वीरें उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर साझा की. पोस्ट में उन्होंने लिखा, 'मकर संक्रांति के पावन पर्व पर लिया मां गंगा का आशीर्वाद।' इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है.

गंगा स्नान की तस्वीरें बनी चर्चा का केंद्र

अखिलेश यादव द्वारा साझा की गई तस्वीरों में उन्हें गंगा में डुबकी लगाते हुए देखा जा सकता है. हरिद्वार में उनकी उपस्थिति और गंगा स्नान ने समर्थकों और आलोचकों का ध्यान खींचा. उनके इस कदम पर कुछ यूजर्स ने सराहना की, वहीं कुछ ने सवाल उठाए हैं. 

महाकुंभ में भक्त परेशानियों का कर रहे सामना

प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ को लेकर इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि महाकुंभ को लेकर सरकार द्वारा किए जा रहे तमाम दावे गलत हैं. वहां पर सच्चाई कुछ और ही बयान कर रही है. भक्त परेशानियों से गुजर रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला ही नहीं है. योगी सरकार गरीब नाव चालकों की नाव पर बैन लगाकर उनकी रोजी-रोटी छीनने पर उतारू हो गई है.

प्रयागराज के महाकुंभ के दौरान हरिद्वार क्यों?

सोशल मीडिया पर कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि जब प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है, तो अखिलेश हरिद्वार क्यों पहुंचे? इस सवाल ने राजनीति के गलियारों में चर्चा का माहौल गर्म कर दिया है. कई यूजर्स इसे लेकर समाजवादी पार्टी की रणनीति से जोड़ रहे हैं, तो कुछ इसे व्यक्तिगत आस्था का मामला मान रहे हैं. अब अखिलेश यादव के ताजा ट्वीट से इस बात को और जोर दे दिया है. 

14 जनवरी से प्रयागराज में शाही स्नान की शुरुआत 

प्रयागराज में इस वर्ष महाकुंभ का भव्य आयोजन हो रहा है. यह विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक मेला है, जहां देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु और पर्यटक जुटते हैं. गंगा, यमुना और सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर आस्था की यह अद्भुत परंपरा सदियों से चली आ रही है.