menu-icon
India Daily
share--v1

Lok Sabha Elections 2024: बेनी प्रसाद वर्मा की विरासत, सपा से राजनीतिक डेब्यू, कैसे गोंडा में बीजेपी का गेम फ्लॉप करेंगी श्रेया वर्मा

Lok Sabha Elections 2024: सपा की और से आगामी लोकसभा चुनाव के लिए जारी उम्मीदवारों की दूसरी सूची में बेनी प्रसाद वर्मा की पोती श्रेया वर्मा को गोंडा सीट से उम्मीदवार बनाया है. आइए जानते हैं सपा ने श्रेया पर क्यों भरोसा जताया है और क्या श्रेया बीजेपी को चुनौती दे पाएंगी.

auth-image
India Daily Live
Shreya Verma

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में सपा ने यूपी की गोंडा सीट से दिवंगत बेनी प्रसाद वर्मा की पोती श्रेया वर्मा को मैदान में उतारा है. सपा के संस्थापक सदस्यों में शामिल बेनी प्रसाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और पांच बार सांसद थे. उन्होंने 2009 के लोकसभा चुनाव में गोंडा सीट से जीत दर्ज की थी. श्रेया वर्मा का नाम सपा की ओर से जारी उम्मीदवारों की दूसरी सूची में शामिल था. श्रेया इससे पहले छात्र राजनीति में सक्रिय रहीं हैं. हालांकि, उन्होंने कोई चुनाव नहीं लड़ा है.

श्रेया को सपा से टिकट क्यों

श्रेया वर्मा पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. बेनी प्रसाद वर्मा की पोती है और यूपी में सपा सरकार में कारागार मंत्री रहे राकेश वर्मा की बेटी है. अपने दादा और पिता की राह पर चलते हुए श्रेया ने दो साल पहले ही पार्टी का दामन थामा था और पार्टी के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहीं थीं. वह एक एनजीओ से भी जुड़ी हुईं हैं जिसका उद्देश्य बच्चों को शिक्षा देना है. श्रेया को महिलाओं के उत्थान, युवाओं की शिक्षा और रोजगार के संघर्ष करते हुए देखा गया है.

गोंडा में जीत दर्ज करने के लिए बैठकें कर रहे हैं पिता

सपा की ओर से टिकट मिलने के बाद श्रेया के पिता राकेश अपनी बेटी के लिए समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं. इसी कड़ी में वह आए दिन पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं. बता दें, सपा के अलावा किसी और राजनीतिक दल ने फिलहाल गोंडा सीट से अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है. इस सीट से वर्तमान में बीजेपी से कीर्तिवर्धन सिंह सांसद हैं. जानकारी के अनुसार बीजेपी की ओर से उन्हें इस बार फिर मैदान में उतारा जा सकता है.

क्या गोंडा में बीजेपी का गेम फ्लॉप करेंगी श्रेया?

गोंडा लोकसभा सीट पर बीजेपी की भी मजबूत पकड़ मानी जाती है. यहां से बीजेपी नेता कीर्ति वर्धन सिंह सांसद हैं. इस सीट को बृजभूषण शरण सिंह का गढ़ भी माना जाता है. गोंडा सीट अयोध्या से सटा हुआ है ऐसे में माना जा रहा है कि इस सीट पर राम मंदिर निर्माण का भी प्रभाव देखने को मिलेगा जिसका फायदा निश्चित तौर पर बीजेपी को मिलने वाले हैं.

राम मय माहौल के बीच श्रेया वर्मा के लिए हिंदू वोटरों के बीच सेंध लगाना काफी मेहनत का सौदा साबित होने वाले हैं. इसके अलावा बीजेपी के गौरा विधानसभा और उतरौला विधानसभा से विधायक वर्मा वोटरों के बीच अपना ठीक ठीक प्रभाव रखते हैं इसलिए वह वर्मा वोटरों को सपा की ओर जाने से रोकने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे. दूसरी तरफ श्रेया वर्मा के लिए स्थानीय न होना भी एक चुनौती है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि गोंडा की जनती श्रेया को स्वीकार करेगी या नहीं.