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सिंधिया के सहारे 2024 फतह की तैयारी! मध्य प्रदेश में BJP ने शिवराज 'खेमे' को किनारे कर ज्योतिरादित्य पर लगाया दांव

मध्य प्रदेश की नई सरकार के कैबिनेट विस्तार से भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने एक बड़ा चुनावी समीकरण साधने की कोशिश की है. राजनीतिक पंडित इस पर भी हैरान हैं कि शिवराज सिंह के करीबियों को किनारे किया गया है.

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Naresh Chaudhary
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हाइलाइट्स

  • मध्य प्रदेश के 28 मंत्रियों में 17 चेहरे ओबीसी, जबकि 7 सामान्य वर्ग के हैं
  • राजस्थान और एमपी में ओबीसी सीएम देने के बाद भाजपा का एक और दांव

Lok Sabha elections 2024: मध्य प्रदेश में सोमवार को प्रदेश की नई भाजपा सरकार ने कैबिनेट विस्तार किया. कैबिनेट के 28 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. अब बात आती है कि प्रदेश सरकार की नई कैबिनेट में कौन आया और किसको बाहर का रास्ता दिखाया गया है? तो बता दें कि भाजपा नेतृत्व ने इस नए कैबिनेट विस्तार से 2024 के लोकसभा चुनाव को साधने की कोशिश की है. कैबिनट में ज्यादातर नए चेहरों को जगह दी गई. इसमें भी खास है कि 28 में से 12 ओबीसी विधायकों को मंत्री बनाया गया है. वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबियों को भी जगह दी गई है. प्रदेश के नए सीएम भी ओबीसी का बड़ा चेहरा हैं.

मध्य प्रदेश की कैबिनेट में कौन-कौन शामिल?

मध्य प्रदेश की मोहन सरकार में कुल 28 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है. इनें तुलसी सिलावट, प्रदुम्न सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, इंदर सिंह परमार, निर्मला भूरिया, नारायण सिंह कुशवाहा, गोविंद सिंह राजपूत, प्रह्लाद पटेल, चैतन्य कश्यप, विजय शाह, संपतिया उईके, उदय प्रताप सिंह, एदल सिंह कंसाना, करण सिंह वर्मा, नागर सिंह चौहान, राकेश सिंह, विश्वास सारंग और राकेश शुक्ला को मंत्री बनाया गया है. इनके अलावा गौतम टेटवाल, नारायण पवार, धर्मेंद्र लोधी, लखन पटेल, कृष्णा गौर और दिलीप जायसवाल का राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है. वहीं दिलीप अहिरवार, प्रतिमा बागरी, राधा सिंह और नरेंद्र शिवाजी पटेल को राज्य मंत्री नियुक्त किया है. 

शिवराज और सिंधिया के कौन-कौन खास?

अब बात आती है की कि शिवराज सिंह चौहान के वो खास चेहरे जिन्हें नई कैबिनेट में जगह नहीं मिली है. इनमें हरदीप सिंह डंग, गोपाल भार्गव, बृजेंद्र सिंह यादव, मीना सिंह, डॉ. प्रभुराम चौधरी, ओमप्रकाश सकलेचा, भूपेंद्र सिंह, ऊषा ठाकुर और बिसाहूलाल सिंह का नाम शामिल है. कहा जाता है कि शिवराज के खास चेहरों को इस बार साइड लाइन किया गया है. इन नामों में कई ऐसे भी हैं जो 4 से 9 बार के विधायक हैं. फिर भी उन्हें कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया है. जबकि सिंधिया के करीबी गोविंद राजपूत, एदल सिंह कंसाना, तुलसीराम सिलावट और प्रद्युम्न सिंह तोमर को कैबिनेट में जगह मिली है. 

मध्य प्रदेश में क्यों लागू किया ये स्पेशल फॉर्मूला?

मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में प्रचंड जीत के बाद भाजपा ने सीएम फेस को लेकर सभी को चौंका दिया था. पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में ओबीसी सीएम दिए तो राजस्थान में ब्राह्मण चेहरे पर दांव खेला. अब एक बार फिर से भाजपा ने मध्य प्रदेश कैबिनेट का ऐलान करके 2024 की जीत का समीकरण तैयार किया है. नई कैबिनेट में 12 ओबीसी, 7 जनरल, 5 एससी और 4 एसटी चेहरों को मंत्री पद दिया गया है. सीएम मोहन यादव खुद ओबीसी के चेहरे हैं.