Lok Sabha Election 2024: महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग पर सस्पेंस, जानें किन सीटों पर फंसा पेंच

Lok Sabha Election 2024: महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग को लेकर सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आ रही है. एक तरफ महाविकास आघाडी के दावा है कि सीट शेयरिंग का फॉर्मूला करीब करीब तय हो चुका है तो वहीं कुछ सीटों पर गतिरोध देखने को मिल रहा है.

Sandeep Chaudhary

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तमाम राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में जुटी हुई है. इसी बीच महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन के बीच सीट बंटवारे को लेकर सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आ रही है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी में कुछ सीटों पर अभी भी गतिरोध बना हुआ है.

जानकारी के अनुसार भिवंडी सीट पर कांग्रेस और एनसीपी दोनों दावा कर रही है. तो वहीं, मराठवाड़ा की हिंगोली सीट पर कांग्रेस और एनसीपी दावा कर रही है. वर्धा लोकसभा सीट की अगर हम बात करें तो एनसीपी इस सीट पर अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है लेकिन कांग्रेस एनसीपी को वर्धा लोकसभा सीट देने तैयार नहीं है.

महाराष्ट्र की राजधानी और देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की अगर हम बात करें तो यहां शिवसेना 6 में से सिर्फ दो सीट कांग्रेस को देने के लिए तैयार है, हालांकि, कांग्रेस की ओर से उत्तर पश्चिम मुंबई, दक्षिण मध्य मुंबई, दक्षिण मुंबई सीट मांगी गई है.

सीट शेयरिंग पर महाविकास आघाडी का दावा

महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट शेयरिंग को लेकर महाविकास आघाडी के नेताओं ने यह दावा किया है कि है 27 या 28 फरवरी तक सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय हो जायेगा. ताजा जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में कांग्रेस 18 से 19 सीट, शिवसेना UBT को भी 18 से 19 सीट, एनसीपी शरद पवार को 6 से 8 सीट, वंचित बहुजन आघाडी को 2 सीट वो भी प्रकाश अंबेडकर के साथ आने पर. इसके अलावा वंचित को अकोला, शिरडी और नांदेड इनमें से  दो सीट देने पर चर्चा जारी है.

महाविकास आघाडी की ओर से लगातार इस बात का दावा किया जा रहा है कि उनके बीच करीब-करीब सहमति बन गई है. इसलिए एमवीए ने अपना चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है और इसी कड़ी में आज पुणे में संयुक्त सभा का आयोजन किया जा रहा है.

एनडीए के बीच की सीट शेयरिंग की अगर हम बात करें तो बीजेपी 32 से 34 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. वहीं एकनाथ शिंदे की शिवसेना 10 से 12 सीट पर और अजीत पवार की एनसीपी 4 सीट पर चुनाव लड़ सकती है.