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Lok Sabha Election 2024: 'हिंदुओं को आजादी दिलाएंगे, हम संविधान बदलने आएंगे' BJP के पूर्व केंद्रीय मंत्री के बयान से मचा बवाल

Lok Sabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कर्नाटक में फिर से विवादास्पद बयान दिया है. उनके बयान पर कांग्रेस ने भाजपा से कई सवाल पूछे हैं.

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Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियों और नेताओं की ओर से बयानबाजी भी तेज हो जाती है. ताजा बयान भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री का है. भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंतकुमार हेगड़े ने कहा है कि पार्टी राज्यसभा में दो-तिहाई बहुमत हासिल करने के बाद संविधान में संशोधन करेगी. उन्होंने कहा कि संशोधन कांग्रेस की ओर से हिंदू समुदाय को अधीन करने के लिए पेश की गई गैरजरूरी चीजों को उलट देगा.

कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के सिद्धपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संविधान में संशोधन करना होगा, क्योंकि कांग्रेस के लोगों ने कुछ गैर जरूरी चीजें, विशेष रूप से हिंदू समुदाय को अधीन करने वाले कानूनों को पेश करके मौलिक रूप से बदल दिया है. अगर यह सब बदलना है, तो दो-तिहाई बहुमत के बिना नहीं किया जा सकता है. हेगड़े ने आगामी लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा की ओर से दिए गए गए नारे 'अबकी बार 400 पार' को दोहराते हुए की है. 

कांग्रेस ने भाजपा से पूछे ये सवाल

सत्तारूढ़ दल ने एक्स पर एक पोस्ट पर कांग्रेस ने जवाब देते हुए पूछा है कि क्या संविधान में संशोधन करना भाजपा के लिए चुनावी मुद्दा है. एक सांसद जो कभी 'संविधान बदलने' की बात करते थे, अब 'संविधान में संशोधन' की बात कर रहा है? क्या भाजपा नेता बाबा साहेब अम्बेडकर के संविधान के तहत रहने में असमर्थ हैं?

हेगड़े ने पहले भी दिए विवादास्पद बयान

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जनवरी में हेगड़े ने राज्य में कई मस्जिदों को यह कहते हुए ध्वस्त करने का आह्वान किया कि वे हिंदू मंदिरों पर बनाई गई थीं. साल 2019 में पूर्व केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला करते हुए पूछा कि वह हिंदू कैसे हो सकते हैं, क्योंकि उनका जन्म एक मुस्लिम पिता और ईसाई मां से हुआ था. उसी साल उन्होंने कहा कि हिन्दू लड़की को छूने वाला हाथ सलामत नहीं रहना चाहिए.

उनके सबसे विवादास्पद बयानों में से एक 2020 में दिया गया बयान था. जब उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी के नेतृत्व वाला स्वतंत्रता आंदोलन एक नाटक था. साल 2017 में उन्होंने यह कहकर आलोचना झेली थी कि भाजपा संविधान बदलने के लिए सत्ता में आई है.