Vote Theft: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को घोषणा की कि राज्य का कानून विभाग 2024 लोकसभा चुनावों में 'वोट चोरी' के आरोपों की जांच करेगा. यह जांच आगामी बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) चुनावों से पहले की जाएगी. सिद्धारमैया ने पत्रकारों से कहा, "कानून विभाग लोकसभा चुनावों में वोट चोरी की शिकायतों की जांच करेगा. उनकी सिफारिशों के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. महाधिवक्ता को जल्द जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए जाएंगे."
राहुल गांधी ने लगाए थे वोट चोरी के गंभीर आरोप
यह घोषणा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए चुनाव आयोग की मिलीभगत से 2024 के लोकसभा चुनावों में वोटों की चोरी की गई. गांधी ने पार्टी के आंतरिक विश्लेषण का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस को कर्नाटक में 16 सीटें जीतने की उम्मीद थी, लेकिन केवल नौ सीटें मिलीं. उन्होंने सात अप्रत्याशित हार पर ध्यान केंद्रित किया और विशेष रूप से महादेवपुरा सीट पर "वोट चोरी" का आरोप लगाया.
गांधी ने कहा, "हमारे आंतरिक सर्वेक्षण में कर्नाटक में 16 सीटें जीतने की बात थी, लेकिन हमें नौ मिलीं. हमने सात हार पर ध्यान दिया. महादेवपुरा में कुल 6.26 लाख वोट पड़े. बीजेपी ने 6,58,915 वोटों के साथ 32,707 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. लेकिन महादेवपुरा में कांग्रेस को 1,15,586 और बीजेपी को 2,29,632 वोट मिले. कांग्रेस ने सभी विधानसभा क्षेत्र जीते, सिवाय इसके." उन्होंने दावा किया कि 1,00,250 वोट "पांच अलग-अलग तरीकों" से चुराए गए, जिसमें डुप्लिकेट वोटर, फर्जी और अवैध पते, और एक ही पते पर कई वोटरों का पंजीकरण शामिल है."
कर्नाटक सरकार ने किया राहुल के दावों का समर्थन
कर्नाटक के मंत्री जी. परमेश्वर ने गांधी के दावों का समर्थन करते हुए कहा, "हमारी राज्य विधानसभा में वोट चोरी के आरोप हैं, इसलिए केपीसीसी की ओर से राज्य में शिकायत दर्ज की जाएगी. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी केंद्रीय चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करेंगे." उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग जो चाहे कह सकता है, लेकिन हम नियमों के अनुसार दस्तावेज प्रदान करेंगे. राहुल गांधी को दस्तावेज देने की जरूरत नहीं है. हमारे राज्य में होने के नाते, केपीसीसी अध्यक्ष उन्हें प्रदान करेंगे."
चुनाव आयोग का जवाब
वहीं, भारत निर्वाचन आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया दी और आधिकारिक बयान जारी कर कहा, "राहुल गांधी को या तो नियमों के अनुसार घोषणा करनी चाहिए या अपने झूठे आरोपों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए."