Bigg Boss 19

Jagannath Rath Yatra 2025: पुरी में रथ यात्रा के दौरान भीड़ ने मचाई तबाही, गर्मी से 600 से ज्यादा श्रद्धालु बीमार

Jagannath Rath Yatra 2025: विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान भीषण गर्मी, उमस और भीड़भाड़ ने सैकड़ों श्रद्धालुओं की तबीयत बिगाड़ दी है. अधिकारियों के मुताबिक, लगभग 625 लोगों को चिकित्सा सहायता की आवश्यकता पड़ी. कई श्रद्धालुओं में उल्टी, बेहोशी और मामूली चोटों जैसे लक्षण देखे गए.

Social Media
Babli Rautela

Jagannath Rath Yatra 2025: 27 जून 2025 को पुरी में हुए विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान भीषण गर्मी, उमस और भीड़भाड़ ने सैकड़ों श्रद्धालुओं की तबीयत बिगाड़ दी है. अधिकारियों के मुताबिक, लगभग 625 लोगों को चिकित्सा सहायता की आवश्यकता पड़ी. कई श्रद्धालुओं में उल्टी, बेहोशी और मामूली चोटों जैसे लक्षण देखे गए. पुरी के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. किशोर सतपथी ने बताया कि अधिकांश प्रभावित लोगों को ओपीडी में प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. सौभाग्य से, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.  

ओडिशा के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मुकेश महालिंग ने इस स्वास्थ्य आपातकाल के लिए गर्म और उमस भरे मौसम को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, 'जुलूस के दौरान दमनकारी मौसम ने श्रद्धालुओं की सेहत पर बुरा असर डाला.' पुरी के जिला मुख्यालय अस्पताल में करीब 70 लोगों को भर्ती किया गया, जिनमें से नौ की हालत गंभीर बताई गई. गर्मी और भीड़ के कारण कई लोग बेहोश हो गए या घायल हो गए.  

बालगांडी में रथ अटकने से बढ़ी मुश्किल

रथ यात्रा के दौरान भगवान बलभद्र का तलध्वज रथ बालगांडी क्षेत्र में एक घंटे से अधिक समय तक फंस गया. एक मोड़ पर रथ को चलाने में कठिनाई के कारण जुलूस धीमा हो गया. इससे क्षेत्र में भारी भीड़ जमा हो गई. प्रतिबंधित क्षेत्रों में श्रद्धालुओं के प्रवेश ने स्थिति को और जटिल कर दिया. भीड़ में फंसे कई लोग घायल हो गए, क्योंकि वे बचने की कोशिश कर रहे थे.  

तत्काल राहत और बचाव कार्य

हादसे के बाद सरकारी और निजी संगठनों के स्वयंसेवकों ने तुरंत कार्रवाई की. घायलों को भीड़ से निकालकर नजदीकी अस्पतालों और चिकित्सा शिविरों में पहुंचाया गया. पुरी मेडिकल कॉलेज और जिला मुख्यालय अस्पताल में चिकित्सा टीमें मुस्तैद रहीं. एम्बुलेंस, राहत टीमें और 430 लाइफगार्ड्स ने स्थिति को संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.  

पुरी प्रशासन ने रथ यात्रा के लिए व्यापक तैयारियां की थीं. 10,000 सुरक्षाकर्मी, 275 एआई-सक्षम सीसीटीवी कैमरे और 74 एम्बुलेंस तैनात किए गए थे. इसके बावजूद, लाखों की संख्या में उमड़े श्रद्धालुओं और गर्म मौसम ने भीड़ प्रबंधन को चुनौतीपूर्ण बना दिया. स्वास्थ्य विभाग ने 378 चिकित्सा पेशेवर और 265 अस्पताल बेड की व्यवस्था की थी. इसके अलावा, हीटस्ट्रोक के लिए विशेष केंद्र और स्वच्छ पानी की व्यवस्था भी की गई थी.