इंडिगो की 100 से अधिक उड़ानें रद्द; क्या है नए FDTL नियम, जिनको बताया जा रहा समस्या का बड़ा कारण
बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों बड़ी परेशानी से जूझ रही है. पिछले 24 घंटों में इंडिगो की उड़ान सेवाएं काफी प्रभावित हुई हैं और 100 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी.
नई दिल्ली: बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों बड़ी परेशानी से जूझ रही है. पिछले 24 घंटों में इंडिगो की उड़ान सेवाएं काफी प्रभावित हुई हैं और 100 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी. बुधवार को अकेले 70 से ज्यादा फ्लाइट रद्द हुई, जिसके चलते बड़ी संख्या में यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. कई हवाई अड्डों पर लोगों की भीड़ बढ़ गई और यात्रियों में नाराजगी भी देखने को मिली.
किन कारणों से रद्द हुई 100 से अधिक उड़ानें
इंडिगो के अनुसार, उड़ानें रद्द होने की प्रमुख वजहें तकनीकी समस्याएं, मौसम से जुड़ी रुकावटें, ठंड के कारण बदला शेड्यूल, एयर ट्रैफिक कंट्रोल पर बढ़ता दबाव और फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) के नए नियम हैं. एयरलाइन का कहना है कि इन सब कारणों की वजह से संचालन सामान्य रखना मुश्किल हो गया. कई स्थानों पर फ्लाइट बिना पूर्व सूचना के रद्द करनी पड़ी, जिससे यात्रियों को अचानक परेशानी उठानी पड़ी.
समस्या और गंभीर हो गई
सूत्रों के मुताबिक, उड़ान रद्द होने का सबसे बड़ा कारण चालक दल (कर्मचारियों) की कमी है. नए FDTL नियमों के लागू होने के बाद पायलटों और अन्य क्रू सदस्यों को अधिक आराम का समय देना जरूरी हो गया है. कहा जा रहा है कि इंडिगो लंबे समय से सीमित स्टाफ के साथ काम कर रही थी और नए नियमों के अनुसार अतिरिक्त क्रू की जरूरत थी, जिसे समय पर नहीं भरा जा सका. इस वजह से कई उड़ानें देर से पहुंची, देर से उड़ान भरी या रद्द करनी पड़ी. मंगलवार से शुरू हुई यह समस्या बुधवार को और गंभीर हो गई.
इंडिगो की 40 उड़ानें रद्द
दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद और चंडीगढ़ जैसे बड़े हवाई अड्डों पर स्थिति सबसे खराब रही. दिल्ली एयरपोर्ट से अकेले इंडिगो की 40 उड़ानें रद्द हुई. देशभर के प्रमुख एयरपोर्ट पर बुधवार को करीब 700 फ्लाइट देरी से चली.
शेयर में लगभग 1.73% की गिरावट दर्ज
नागरिक उड्डयन मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, मंगलवार को इंडिगो की समय पर उड़ान भरने की दर मात्र 35% रह गई, जबकि अन्य कंपनियों जैसे एयर इंडिया, स्पाइसजेट और आकासा एयर की स्थिति इससे बेहतर रही. इंडिगो के पास 416 विमान हैं, जिनमें से 366 काम कर रहे हैं और करीब 50 ग्राउंडेड हैं. कंपनी हर दिन लगभग 2300 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करती है, जिनमें से ज्यादातर रात में होती हैं. लगातार रद्द हो रही उड़ानों का असर कंपनी के शेयर पर भी पड़ा. बुधवार को इंडिगो के शेयर में लगभग 1.73% की गिरावट दर्ज की गई और शेयर 5599 रुपये पर पहुंच गया.
DGCA ने मामले की जांच शुरू की
वहीं, DGCA ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है. विभाग यह पता लगाने में जुटा है कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में उड़ानें क्यों रद्द हुई और भविष्य में इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं. DGCA द्वारा लागू किए गए नए FDTL नियमों का उद्देश्य पायलटों की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करना है, ताकि थकान की वजह से किसी दुर्घटना की संभावना न रहे.
महंगे टिकट खरीदने को मजबूर हुए यात्री
उड़ानों की बड़ी संख्या में रद्द होने के कारण कई यात्रियों को मजबूरन दूसरी एयरलाइन के महंगे टिकट खरीदने पड़े. मुंबई से दिल्ली जैसी प्रमुख रूटों पर टिकट की कीमतें अचानक 20 से 36 हजार रुपये तक पहुंच गई. इंडिगो की ओर से कहा गया है कि प्रभावित यात्रियों को रिफंड या वैकल्पिक यात्रा की सुविधा दी जा रही है. कंपनी ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि एयरपोर्ट जाने से पहले अपनी फ्लाइट की ताजा स्थिति वेबसाइट पर जरूर जांच लें. एयरलाइन का दावा है कि अगले 48 घंटों में उड़ानों को फिर से सामान्य करने के लिए सभी टीम लगातार काम कर रही हैं और स्थिति जल्द सुधर जाएगी.