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India Daily

4 दिनों की जंग के बाद युद्ध विराम! भारत-पाकिस्तान ने किन घातक हथियारों से एक दूसरे पर करे वार

हालांकि, पाकिस्तान के उल्लंघन ने तनाव बढ़ाया, लेकिन भारत की त्वरित कार्रवाई और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मध्यस्थता से स्थिति नियंत्रण में है, यह युद्धविराम दोनों देशों के बीच शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है.

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Edited By: Mayank Tiwari
पाकिस्तान ने ड्रोन हमले से तोड़ा समझौता
Courtesy: Social Media

भारत और पाकिस्तान ने चार दिन की तीव्र सीमा पार गोलीबारी, ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद शनिवार को तत्काल युद्धविराम पर सहमति जताई. यह युद्धविराम भूमि, समुद्र और वायु में लागू होना था. हालांकि, घोषणा के कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तान ने युद्धविराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर में कई ड्रोन भेजे. घाटी में विस्फोटों की तेज आवाजें गूंजीं, और भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने दुश्मन ड्रोनों को मार गिराने के लिए तुरंत कार्रवाई की गई.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने रात 11 बजे एक प्रेस ब्रीफिंग में पाकिस्तान के उल्लंघन की पुष्टि की और इस्लामाबाद से उचित कदम उठाने का आग्रह किया. इसके बाद स्थिति शांत हो गई, और रातभर कोई गोलीबारी या बमबारी की खबर नहीं आई. हालांकि, दोनों परमाणु हथियार संपन्न पड़ोसियों के बीच चार दिनों तक चली लड़ाई में कई तरह के हथियारों का इस्तेमाल हुआ.

भारत ने कौन से हथियारों का इस्तेमाल किया?

भारत ने अपने विशाल शस्त्रागार से कई उन्नत हथियारों का उपयोग किया, जिनमें शामिल हैं.

  1. एस-400 वायु रक्षा प्रणाली
  2. आकाश सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल
  3. बराक 8 बचाव
  4. ड्रोन रोधी प्रौद्योगिकियां
  5. राफेल लड़ाकू विमान
  6. स्कैल्प क्रूज मिसाइलें
  7. हथौड़ा स्मार्ट हथियार
  8. सेंसर से लैस कामिकेज़ ड्रोन

पाकिस्तान ने कौन से हथियारों का इस्तेमाल किया?

चार दिनों की लड़ाई के दौरान, जम्मू-कश्मीर और भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों पर ड्रोन हमलों की पाकिस्तान की कोशिशें विफल हो गईं, क्योंकि नई दिल्ली की हथियार प्रणाली ने उनमें से अधिकांश को नष्ट कर दिया.

  1. तुर्की निर्मित सशस्त्र ड्रोन
  2. चीन निर्मित पीएल-15 बियॉन्ड विजुअल रेंज हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें
  3. जेएफ-17 लड़ाकू विमान

युद्धविराम की घोषणा और भारत की क्या है स्थिति!

नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच युद्ध विराम समझौते ने पूरे देश के लिए राहत की सांस ली, लेकिन सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए यह और भी ज़्यादा राहत की बात थी. इस समझौते की घोषणा सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर की, उसके बाद विक्रम मिस्री ने औपचारिक घोषणा की. 

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बन गई है, साथ ही उन्होंने आतंकवाद पर भारत के रुख पर भी जोर दिया. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "भारत ने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख अपनाया है. वह ऐसा करना जारी रखेगा."