भारत और पाकिस्तान ने चार दिन की तीव्र सीमा पार गोलीबारी, ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद शनिवार को तत्काल युद्धविराम पर सहमति जताई. यह युद्धविराम भूमि, समुद्र और वायु में लागू होना था. हालांकि, घोषणा के कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तान ने युद्धविराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर में कई ड्रोन भेजे. घाटी में विस्फोटों की तेज आवाजें गूंजीं, और भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने दुश्मन ड्रोनों को मार गिराने के लिए तुरंत कार्रवाई की गई.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने रात 11 बजे एक प्रेस ब्रीफिंग में पाकिस्तान के उल्लंघन की पुष्टि की और इस्लामाबाद से उचित कदम उठाने का आग्रह किया. इसके बाद स्थिति शांत हो गई, और रातभर कोई गोलीबारी या बमबारी की खबर नहीं आई. हालांकि, दोनों परमाणु हथियार संपन्न पड़ोसियों के बीच चार दिनों तक चली लड़ाई में कई तरह के हथियारों का इस्तेमाल हुआ.
भारत ने कौन से हथियारों का इस्तेमाल किया?
भारत ने अपने विशाल शस्त्रागार से कई उन्नत हथियारों का उपयोग किया, जिनमें शामिल हैं.
पाकिस्तान ने कौन से हथियारों का इस्तेमाल किया?
चार दिनों की लड़ाई के दौरान, जम्मू-कश्मीर और भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों पर ड्रोन हमलों की पाकिस्तान की कोशिशें विफल हो गईं, क्योंकि नई दिल्ली की हथियार प्रणाली ने उनमें से अधिकांश को नष्ट कर दिया.
युद्धविराम की घोषणा और भारत की क्या है स्थिति!
नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच युद्ध विराम समझौते ने पूरे देश के लिए राहत की सांस ली, लेकिन सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए यह और भी ज़्यादा राहत की बात थी. इस समझौते की घोषणा सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर की, उसके बाद विक्रम मिस्री ने औपचारिक घोषणा की.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बन गई है, साथ ही उन्होंने आतंकवाद पर भारत के रुख पर भी जोर दिया. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "भारत ने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख अपनाया है. वह ऐसा करना जारी रखेगा."