भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. गुरुवार (8 मई) को दोनों देशों ने एक-दूसरे पर कार्रवाई का दावा किया. वहीं, आज़ादी के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच कम से कम तीन बार युद्ध हो चुका है, सीमा पर झड़पों के अलावा युद्ध जैसी स्थिति भी पैदा हो गई है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव फिर से बढ़ गया है. आइए, जानते हैं कि दोनों पड़ोसियों के संकटपूर्ण इतिहास कैसा रहा है?
1947-48: विभाजन के बाद का संघर्ष
जम्मू और कश्मीर दोनों देशों के बीच टकराव का मुद्दा बन गया, जिसके कारण युद्ध हुआ. जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने 1948 में दोनों देशों के बीच युद्ध विराम करवाया.
1965: दूसरा भारत-पाकिस्तान युद्ध
वहीं, कश्मीर में क्षेत्रीय विवादों के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच पूर्ण पैमाने पर युद्ध और भीषण लड़ाई हुई. जहां जनवरी 1966 में ताशकंद समझौते पर हस्ताक्षर किए गए, जिसके परिणामस्वरूप युद्ध-पूर्व स्थिति वापस आ गई और शांति एक बार फिर से स्थापित हुई.
1971: बांग्लादेश मुक्ति युद्ध
इसके अलावा बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के बाद भारत ने पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में हस्तक्षेप किया, जिसके परिणामस्वरूप बांग्लादेश का निर्माण हुआ. वहीं, भारतीय सेना ने यहां पर अपना पराक्रम और शौर्य दिखाते हुए पाकिस्तान पर निर्णायक सैन्य विजय हासिल की.
1986-87: ऑपरेशन ब्रासस्टैक्स
भारत ने ऑपरेशन ब्रासटैक्स चलाया, जिससे पाकिस्तानी सेना की सक्रियता के बाद संभावित युद्ध की चिंता बढ़ गई. ऐसे में कूटनीतिक प्रयासों से तनाव कम करने में मदद मिली.
1989: कश्मीर विद्रोह
पाकिस्तान समर्थित कश्मीरी विद्रोहियों ने भारत सरकार के खिलाफ़ सशस्त्र विद्रोह शुरू कर दिया. हालांकि, इस विद्रोह को दबाने के लिए भारत ने बड़ी संख्या में भारतीय सेना तैनात की.
1999: कारगिल युद्ध
इसके बाद आया साल 1999 जब हमने परमाणु बम का परीक्षण किया. इस बीच आतंकवादियों के वेश में पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर के कारगिल क्षेत्र में घुसपैठ की. भारत ने पूरी सैन्य शक्ति से जवाब दिया, जिसके कारण भीषण लड़ाई हुई. हालांकि, भारत ने घुसपैठियों को सफलतापूर्वक खदेड़ दिया और क्षेत्र पर फिर से नियंत्रण स्थापित कर लिया. वहीं, संघर्ष नियंत्रण रेखा पर यथास्थिति पर लौटने के साथ समाप्त हुआ.
2001-2002: भारतीय संसद पर हमला
भारतीय संसद पर पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया, जिसके परिणामस्वरूप भारत और पाकिस्तान के बीच बड़े पैमाने पर सैन्य गतिरोध पैदा हो गया और दोनों देशों ने सीमा पर सेनाएं तैनात कर दीं.
2008 का मुंबई अटैक
साल 2008 में महाराष्ट्र की आर्थिक राजधानी मुंबई में हमला हुआ. जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान स्थित समूहों पर इसमें शामिल होने का आरोप लगाया और दोनों पक्षों ने नियंत्रण रेखा पर सैन्य बलों को तैयार कर दिया. हालांकि सैन्य टकराव से बचा गया, लेकिन दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए.
2011: LOC पर हुई भीषण झड़प
कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर झड़प में पांच भारतीय सैनिक और तीन पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए. इस घटना ने तनाव बढ़ा दिया है और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की गई है.