Pakistan Sutlej Flooding: उत्तरी भारत में लगातार हो रही भारी बारिश ने नदियों का जलस्तर बढ़ा दिया है और स्थिति गंभीर होती जा रही है. इसी बीच भारत ने सतलुज नदी में संभावित बाढ़ को लेकर पाकिस्तान को सतर्क किया है. यह चेतावनी पूरी तरह से मानवीय आधार पर भेजी गई है, ताकि दोनों देशों के सीमावर्ती इलाकों में जान-माल का नुकसान रोका जा सके.
सूत्रों के मुताबिक, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से सतलुज समेत व्यास और रावी नदियां उफान पर हैं. कई प्रमुख बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है. इस वजह से निचले क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. सूत्रों ने जानकारी दी कि मंगलवार को जारी यह अलर्ट बुधवार के लिए था, जिसमें पाकिस्तान को सतलुज नदी में बाढ़ की उच्च संभावना के बारे में बताया गया है.
भारत ने विदेश मंत्रालय के माध्यम से यह चेतावनी इस्लामाबाद को भेजी है. सूत्रों ने कहा, 'यह अलर्ट पूरी तरह से मानवीय आधार पर भेजा गया है. बाढ़ की आशंका को देखते हुए पाकिस्तान को पहले से आगाह करना आवश्यक था.' पिछले हफ्ते भी भारत ने पाकिस्तान को तवी नदी में संभावित बाढ़ के लिए तीन चेतावनियां जारी की थीं.
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान के साथ जल संबंधी आंकड़ों का आदान-प्रदान रोक दिया था. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि बाढ़ जैसी आपात स्थिति में जान-माल की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है. सूत्रों ने बताया कि जानकारी साझा करने पर रोक के बावजूद, बाढ़ संबंधी चेतावनियां पूरी तरह से मानवीय दृष्टिकोण से भेजी गई हैं. 1960 में साइन और विश्व बैंक द्वारा मध्यस्थता की गई सिंधु जल संधि, भारत और पाकिस्तान के बीच नदियों के जल बंटवारे को कंट्रोल करती है.
सतलुज नदी पंजाब से निकलकर पाकिस्तान में प्रवेश करती है. लगातार बारिश और बांधों से छोड़े जा रहे पानी के कारण पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में निचले इलाके जलमग्न हो सकते हैं. यही वजह है कि भारत की ओर से अलर्ट को लेकर सख्त चेतावनी दी गई है.