महाराष्ट्र के पिंपरी-चिंचवड और आसपास के बांध क्षेत्रों में लगातार बारिश ने नदियों का जलस्तर बढ़ा दिया है, जिसके चलते नगर निगम ने निचले इलाकों से करीब 950 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. पिछले तीन दिनों से जारी भारी बारिश ने इस शहर को बुरी तरह प्रभावित किया है.
पानी छोड़े जाने से उफान पर नदियां
पवना, इंद्रायणी और मुलशी बांधों से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से नदियों में उफान आ गया. पिंपरी-चिंचवड नगर निगम (PCMC) ने सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में आपदा प्रबंधन सेल सक्रिय कर दीं और आपातकालीन टीमें 24 घंटे अलर्ट पर हैं. नगर आयुक्त शेखर सिंह ने बताया कि नगरपालिका स्कूलों और सामुदायिक हॉल में राहत केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां भोजन, पानी, बिजली और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं.
Pimpri-Chinchwad, Maharashtra: Continuous rainfall has disrupted life in Pimpri-Chinchwad. Floodwaters from the Pavana River have inundated homes, affecting around 600 families pic.twitter.com/W5H3gbEnZj
— IANS (@ians_india) August 20, 2025
नागरिकों की सुरक्षा के लिए कदम
सिंह ने मंगलवार रात भट्टनगर और सांगवी में व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए कहा, "बाढ़ प्रभावित नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है और सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. नागरिक सतर्क रहें और आपात स्थिति में नगर निगम के नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें."
क्या है आपदा प्रबंधन की तैयारी
अग्निशमन, स्वास्थ्य और ठोस कचरा प्रबंधन की टीमों को नदी किनारे बस्तियों में तैनात किया गया है. नावें, एम्बुलेंस और PMT बसें राहत कार्यों में लगी हैं. नियंत्रण कक्ष 24x7 काम कर रहा है, जो सिंचाई विभाग और IMD से बांधों के पानी और बारिश के अपडेट ले रहा है.
बारिश का रिकॉर्ड
IMD के अनुसार, शहर में इस मानसून की दूसरी सबसे भारी एकदिवसीय बारिश (41.4 मिमी) दर्ज की गई. तम्हिनी (मुलशी) में 320 मिमी, दवाड़ी (मावल) में 225 मिमी और लोनावाला में 145 मिमी बारिश हुई. सांगवी, पवना नगर और भट्टनगर में घरों में पानी घुसने की घटनाएं सामने आईं.