Heavy Rain: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में सोमवार को दिवाली की शुरुआत होते ही तेज बारिश ने शहर को भिगो दिया. कई इलाकों में जलभराव हो गया, जिससे लोगों का उत्सव फीका पड़ गया. मौसम विभाग ने पूरे तमिलनाडु में व्यापक बारिश का पूर्वानुमान जताया है और बंगाल की खाड़ी में 21 अक्टूबर के आसपास निम्न दबाव क्षेत्र बनने की चेतावनी दी है. चेन्नई के वेलचुरी, मेदवाक्कम, पल्लिकरणई और ईसीआर नीलांकुरई जैसे इलाकों में भारी बारिश का कहर देखने को मिला सड़कें पानी से लबालब हो गईं, जिससे यातायात ठप हो गया.
हवाई अड्डे की रनवे पर भी पानी भर गया, जिससे उड़ानें प्रभावित हुईं. दक्षिण चेन्नई में नालियां उफान पर आ गईं और लोग घरों में ही कैद हो गए. इसी बीच तूथुकुदी में चार दिनों से लगातार हो रही बारिश ने शहर को जलमग्न कर दिया. वहां स्कूल बंद कर दिए गए हैं और बाजारों में सन्नाटा छा गया है. नीलगिरि में भूस्खलन से रेलवे ट्रैक बंद हो गए. आईएमडी के अनुसार कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ बिजली चमकने और गरजने की संभावना है.
चेन्नई में दिवाली के मौके पर तेज बारिश ने मचाई तबाही
22 अक्टूबर तक तटीय इलाकों में बारिश जारी रहने का अनुमान है. 64.5 मिमी से 111.5 मिमी तक बारिश की उम्मीद है- एरोड, नीलगिरि, कोयंबटूर, तिरुप्पुर, दिन्दिगुल, थेनी, मदुरै, विरुधुनगर, रामनाथपुरम, सिवगंगा, पुदुक्कोट्टई, तंजावुर, तिरुवरुर, कराईकल, मयिलादुथुरै, विल्लुपुरम, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, कुद्दालोर और नागापट्टिनम जैसे जिलों में.
एमके स्टालिन ने की तैयारियों की समीक्षा
चेन्नई, चेंगलपट्टू, कुद्दालोर, तंजावुर, तिरुवरुर, नागापट्टिनम, पुदुच्चेरी और कराईकल में अगले 48 घंटों में मध्यम बारिश बनी रह सकती है. दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव क्षेत्र बनेगा, जो पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए अवसाद में बदल सकता है. 21 और 22 अक्टूबर को चेन्नई के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि 23 अक्टूबर को ऑरेंज अलर्ट हो सकता है.
#WATCH | Tamil Nadu | Heavy rain accompanied by thunder and lightning triggers waterlogging in parts of Thoothukudi. pic.twitter.com/fpVuXmQlnS
— ANI (@ANI) October 19, 2025
विशेषज्ञों का कहना है कि स्थिति अगले कुछ दिनों में और बिगड़ सकती है. इन सबके बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने रविवार को राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिला कलेक्टरों के साथ बारिश की स्थिति और पूर्वोत्तर मानसून की तैयारियों की समीक्षा की.