Gujarat Fake Currency: खेत के तहखाने से चला नकली नोटों का खेल, 40 लाख की करेंसी बरामद

Gujarat Fake Currency: छापेमारी में मिले उपकरण और प्रिंटर यह साबित करते हैं कि आरोपी बड़े स्तर पर नकली करेंसी तैयार कर रहे थे. पुलिस अब यह पता लगा रही है कि यह गिरोह कब से सक्रिय था और बाजार में अब तक कितने नकली नोट चलाए गए हैं.

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Reepu Kumari

Gujarat Fake Currency: गुजरात के बनासकांठा जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने एक खेत में बने तहखाने से नकली नोट छापने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. छापेमारी में पुलिस को 40 लाख रुपये के नकली नोट, पांच प्रिंटर और बड़ी मात्रा में स्टेशनरी बरामद हुई है. इस कार्रवाई में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि तीसरा आरोपी फरार हो गया है.

पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि महादेविया गांव में खेत के अंदर बने तहखाने में नकली नोटों का कारोबार चल रहा है. इसी आधार पर लोकल क्राइम ब्रांच (LCB) ने देर रात छापेमारी की और फैक्ट्री का पर्दाफाश किया. शुरुआती जांच में सामने आया है कि गिरोह लंबे समय से बड़े पैमाने पर नकली नोट छापकर बाजार में उतार रहा था.

खेत के तहखाने में बनी फैक्ट्री

डीसा तालुका के महादेविया गांव में पुलिस ने जब छापा मारा तो खेत के अंदर तहखाना बना हुआ मिला. वहीं पर आरोपी नोट छापने का काम कर रहे थे. पुलिस ने मास्टरमाइंड संजय सोनी और कौशिक श्रीमाली को मौके से गिरफ्तार किया, जबकि खेत का मालिक रायमल सिंह परमार फरार हो गया.

फरार आरोपी पर गंभीर अपराध दर्ज

पुलिस जांच में पता चला कि रायमल सिंह परमार के खिलाफ पहले से 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें फिरौती, निषेध और मारपीट जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं. उस पर पहले गुजरात के कठोर सुरक्षा कानून (पासा) के तहत भी कार्रवाई हो चुकी है.

नकली करेंसी का जाल

छापेमारी में मिले उपकरण और प्रिंटर यह साबित करते हैं कि आरोपी बड़े स्तर पर नकली करेंसी तैयार कर रहे थे. पुलिस अब यह पता लगा रही है कि यह गिरोह कब से सक्रिय था और बाजार में अब तक कितने नकली नोट चलाए गए हैं.

पुलिस की जांच जारी

गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने नकली नोट छापने की बात कबूल कर ली है. वहीं, पुलिस फरार आरोपी की तलाश तेज़ी से कर रही है. अधिकारियों का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जल्द ही पूरी सच्चाई सामने लाई जाएगी.