गोवा के अरपोरा स्थित बर्च क्लब में लगी भीषण आग ने न सिर्फ लोगों की जान जोखिम में डाली, बल्कि कई प्रशासनिक लापरवाहियों को भी उजागर कर दिया.
घटना के तुरंत बाद क्लब मालिक गौरव और सौरभ लूथरा देश छोड़कर फुकेत भाग गए, जिसके बाद गोवा पुलिस ने तेजी दिखाते हुए इंटरपोल से संपर्क किया. मात्र दो दिनों में इंटरपोल का ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी होना पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. अब इस मामले में लगातार नए खुलासे सामने आ रहे हैं.
गोवा पुलिस ने बताया कि आग लगने के बाद दोनों भाई कुछ ही घंटों में फुकेत के लिए रवाना हो गए थे. फरारी के बाद पुलिस ने इंटरपोल से संपर्क किया और रिकॉर्ड समय में ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करा लिया. आमतौर पर इस प्रक्रिया में एक सप्ताह या उससे अधिक समय लगता है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे प्राथमिकता दी गई.
अब तक क्लब के कई मैनेजर्स को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस के मुताबिक ये लोग क्लब के रोजाना संचालन से जुड़े थे और सुरक्षा मानकों की अनदेखी में इनकी भूमिका सामने आई है. एक आरोपी दिल्ली से पकड़कर गोवा लाया जा रहा है. FIR में अजय गुप्ता का नाम भी शामिल है और पुलिस जल्द ही उन्हें समन भेजने की तैयारी में है.
जांच में सामने आया है कि बर्च क्लब के पास फायर डिपार्टमेंट का NOC नहीं था. क्लब का लाइसेंस अधूरे दस्तावेजों पर जारी हुआ था. फायर अधिकारियों ने बताया कि क्लब में छोटे एग्जिट गेट और केवल एक संकरा ब्रिज था, जिससे आग लगने के दौरान भगदड़ जैसी स्थिति बन गई. सुरक्षा नियमों की अनदेखी ने आग की घटना को और भयावह बना दिया.
पुलिस के अनुसार लूथरा ब्रदर्स घटना वाले दिन गोवा में मौजूद नहीं थे. CCTV जांच और एयरपोर्ट रिकॉर्ड से पता चला कि दोनों सुबह लगभग 5:30 बजे फुकेत के लिए उड़ान भर चुके थे. पुलिस का मानना है कि यह फरार होने की सोची-समझी कोशिश थी, जिससे अब उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं.
घटना के बाद जिला प्रशासन ने क्लब पर कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माण वाले हिस्सों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया. अधिकारियों का कहना है कि क्लब ने कई नियमों को नजरअंदाज कर के निर्माण कराया था. स्थानीय लोग भी प्रशासन की इस कार्रवाई का समर्थन कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.