पणजी: गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने विवादित कारोबारी सौरभ और गौरव लूथरा द्वारा संचालित सभी अवैध क्लबों को तुरंत ध्वस्त करने का आदेश दिया है. यह कदम उस भयंकर हादसे के बाद उठाया गया है जिसमें बिर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब में लगी आग से 25 लोगों की मौत हो गई थी. सरकार ने इतना ही नहीं, दोनों भाइयों का पता लगाने के लिए ब्लू कॉर्नर नोटिस भी जारी कर दिया है.
गोवा प्रशासन ने रोमियो लेन वागाटोर, जोकि लूथरा ब्रदर्स का प्रमुख क्लब माना जाता है, उसको गिराने का निर्देश जारी किया है. अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के तुरंत बाद दोनों भाई गोवा से फरार हो गए थे और आशंका है कि वे देश भी छोड़ चुके हैं. लुकआउट नोटिस दिल्ली के मुखर्जी नगर स्थित उनके घर पर चिपकाया गया है. पुलिस टीम ने घर का दौरा किया, लेकिन परिवार ने किसी से बातचीत करने से इनकार किया.
STORY | Nightclub fire: Goa govt orders demolition of Vagator beach shack of Saurabh and Gaurav Luthra
— Press Trust of India (@PTI_News) December 9, 2025
Goa Chief Minister Pramod Sawant has ordered authorities to demolish the illegal 'Romeo Lane' beach shack at Vagator, owned by the fugitive owners of the fire-ravaged… pic.twitter.com/R0rQXq25Y2
सरकार की कार्रवाई केवल एक क्लब तक सीमित नहीं है. सूत्रों के अनुसार, वेगाटर और आसपास के तटीय क्षेत्रों में लूथरा ब्रदर्स के सभी अवैध क्लबों और कैफे को ध्वस्त करने की तैयारी है. पंचायतों को भी नोटिस जारी करने का निर्देश दिया गया है.
नई जांच में सामने आया है कि वेगाटर हिल पर बना एक और क्लब पूरी तरह अवैध था और सरकारी जमीन पर निर्मित किया गया था. न आग सुरक्षा मंजूरी, न स्ट्रक्चरल अनुमति और न ही पर्यावरण स्वीकृति. उच्च ज्वार के दौरान समुद्री लहरें इस क्लब तक पहुंच जाती थीं, जिससे इसे पहले से 'टिकिंग टाइम बम' कहा जाता था.
लंबे समय तक कई विभागों में शिकायतें की गईं, लेकिन कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हुई. स्थानीय कार्यकर्ता रवि हरमलकर ने बार-बार चेतावनियां दीं, लेकिन उन्हें लूथरा ब्रदर्स की तरफ से धमकियां मिलीं. मामला अंततः बॉम्बे हाई कोर्ट यानी गोवा बेंच पहुंचा, जिसने ध्वस्तीकरण का आदेश दिया, लेकिन प्रशासन ने केवल आंशिक तोड़फोड़ की. क्लब बाद में फिर से खड़ा कर दिया गया और आग की घटना से कुछ दिन पहले तक चल रहा था.
अब बड़ा सवाल यह है कि लूथरा ब्रदर्स को इतने वर्षों तक किसने बचाया. आरोप लग रहे हैं कि उन्हें राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ था. 25 लोगों की मौत के बाद अब सरकार पर दबाव बढ़ा है और प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं. गोवा पुलिस सभी एयरपोर्ट और पुलिस इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखकर सौरभ और गौरव लूथरा की तलाश तेज कर चुकी है.