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India Pakistan DGMO Talks: फायरिंग पर फुल स्टॉप? भारत-पाक DGMO मीटिंग आज फिर, सीमा पर तनाव घटाने की कोशिश

India Pakistan DGMO Talks: भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा की गई है, जिससे संघर्ष फिलहाल थम गया है. आज का दिन दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज डीजीएमओ के बीच बातचीत होने वाली है.

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Ritu Sharma

India Pakistan DGMO Talks: भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष के बाद आज दोपहर 12 बजे दोनों देशों के सैन्य अभियानों के महानिदेशक (DGMO) एक बार फिर हॉटलाइन पर बातचीत करेंगे. यह बातचीत बेहद अहम मानी जा रही है क्योंकि इसमें भविष्य के सीजफायर रोडमैप पर चर्चा की जाएगी. बातचीत के बाद दोपहर 2:30 बजे भारत के तीनों प्रमुख सैन्य ऑपरेशनों के अधिकारी- लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई (DGMO), वाइस एडमिरल ए एन प्रमोद (DGNO) और एयर मार्शल ए के भारती (DGAO) संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग देंगे.

भारत की चेतावनी का दिखा असर, पाक शांत

बता दें कि शनिवार को हुई पहली बातचीत के बाद पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की घोषणा की थी, लेकिन देर रात सीजफायर का उल्लंघन किया. इसके बाद भारतीय सेना ने कड़ा जवाब दिया और स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी कि अगर दोबारा ऐसी हरकत हुई तो कठोर प्रतिक्रिया दी जाएगी. भारतीय DGMO ले. जनरल राजीव घई ने रविवार को बताया कि उन्होंने पाकिस्तानी समकक्ष को हॉटलाइन पर साफ संदेश दिया कि “यदि फिर से संघर्षविराम तोड़ा गया तो भारत का जवाब सीधा और सख्त होगा.”

हालात में सुधार, सीमाओं पर शांति

वहीं, 10 मई की शाम हुए संघर्षविराम के बाद से अब तक 40 घंटे से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है, और सीमावर्ती इलाकों, जैसे- जम्मू-कश्मीर से लेकर अंतरराष्ट्रीय सीमा तक में कोई फायरिंग की घटना नहीं हुई है. सेना ने बताया कि जनजीवन सामान्य हो रहा है और लोग अब राहत की सांस ले रहे हैं.

ऑपरेशन सिंदूर ने मचाई थी हलचल

बताते चले कि, पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया, जिसमें पीओके और पाकिस्तान के अंदर 9 आतंकी ठिकाने तबाह कर दिए गए थे. इसके बाद पाकिस्तान की ओर से मिसाइल हमले किए गए जिनमें आम नागरिकों को भी निशाना बनाया गया. भारतीय सेना ने तीन दिन तक चले संघर्ष में दुश्मन को करारा जवाब दिया, जिसके बाद 10 मई की देर शाम सीजफायर की घोषणा हुई.

अब आगे की रणनीति पर चर्चा

बहरहाल, आज की DGMO बातचीत में संघर्षविराम को टिकाऊ बनाने, और सीमा पर हालात सामान्य रखने के लिए फ्यूचर फ्रेमवर्क तैयार किया जाएगा. भारत पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि कोई भी उकसावे की कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी.