संसद की 24 स्थायी समितियों का गठन गुरुवार को किया गया है. इसमें विभिन्न पार्टियों के नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौपी गई हैं. इसमें वित्त समिति का अध्यक्ष बीजेपी बी महताब को बनाया गया है. वहीं, कांग्रेस के शशि थरूर को विदेश मामलों की समिति तो शिवसेना के श्रीरंग अप्पा बार्ने को ऊर्जा समिति का अध्यक्ष बनाया गया है.
संसदीय स्थायी समितियां संसद के कामकाज को सुचारू रूप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. ये समितियां सरकार की नीतियों, योजनाओं और विधेयकों का गहन अध्ययन और समीक्षा करती हैं, जिससे संसद में बहस और चर्चा का स्तर बेहतर हो सके. हर समिति की एक विशिष्ट जिम्मेदारी होती है, और ये समितियां महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार को सुझाव देती हैं. इस बार गठित स्थायी समितियों में विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेताओं को महत्वपूर्ण पदों पर बैठाया गया है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि विभिन्न विचारधाराओं के प्रतिनिधि संसद के कामकाज में योगदान दें. शशि थरूर की विदेश मामलों की समिति की अध्यक्षता भी इस बात का संकेत है कि विपक्ष को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं.
वित्त समिति: इस समिति की अध्यक्षता बीजेपी के बी महताब करेंगे.
विदेश मामलों की समिति: कांग्रेस के शशि थरूर को विदेश मामलों की इस महत्वपूर्ण समिति की जिम्मेदारी दी गई है.
गृह मामलों की समिति: बीजेपी के राधा मोहन दास अग्रवाल को गृह मामलों की समिति का नेतृत्व सौंपा गया है.
रक्षा समिति: इस समिति की अध्यक्षता बीजेपी के राधा मोहन सिंह करेंगे.
ऊर्जा समिति: शिवसेना के श्रीरंग अप्पा बार्ने इस समिति के प्रमुख होंगे.
पेट्रोलियम समिति: एनसीपी के सुनील तटकरे पेट्रोलियम समिति का नेतृत्व करेंगे.
कोयला, खनन और स्टील समिति: पूर्व मंत्री अनुराग ठाकुर इस समिति की जिम्मेदारी निभाएंगे.
शिक्षा समिति: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह शिक्षा समिति की अध्यक्षता करेंगे.