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India Pakistan Conflit: भारत ने पाकिस्तान के साथ सीजफायर की पुष्टि, 12 मई को हाईलेवल मीटिंग में दोनों देशों के रिश्ते होंगे सामान्य?

विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौता दोनों देशों के बीच सहयोग के नए द्वार खोलेगा. यह कदम न केवल सैन्य स्तर पर, बल्कि कूटनीतिक और सामाजिक स्तर पर भी सकारात्मक बदलाव ला सकता है.

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Edited By: Mayank Tiwari
Foreign Secretary Vikram Misri
Courtesy: Social Media

भारत और पाकिस्तान ने सीमा पर लंबे समय से चले आ रहे तनाव को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. जहां दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों ने एक ऐतिहासिक समझौते के तहत आज से सभी सैन्य गतिविधियों और गोलीबारी को रोकने का फैसला किया है. जिससे क्षेत्र में शांति की उम्मीद जगी है.

सीमा पर शांति की पहल

 

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस समझौते की पुष्टि करते हुए कहा, "पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) ने आज दोपहर 15:35 बजे भारतीय डीजीएमओ से संपर्क किया.

दोनों पक्षों के बीच सहमति बनी कि आज 17:00 बजे भारतीय मानक समय से जमीन, हवा और समुद्र में सभी गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयां बंद कर दी जाएंगी." इस समझौते को लागू करने के लिए दोनों पक्षों को निर्देश जारी किए गए हैं.

12 मई को फिर से करेंगे बात- विदेश सचिव

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "पाकिस्तान के डीजीएमओ ने आज दोपहर 15:35 बजे भारतीय डीजीएमओ को फोन किया. उनके बीच सहमति बनी कि दोनों पक्ष 1700 बजे IST से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे. इस सहमति को लागू करने के लिए दोनों पक्षों को निर्देश दिए गए हैं. वे 12 मई को 1200 बजे फिर से बात करेंगे.
 
आगे की वार्ता का रास्ता साफ

यह समझौता दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. विदेश सचिव मिस्री ने आगे बताया, "दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस 12 मई को दोपहर 12:00 बजे फिर से बातचीत करेंगे." इस वार्ता से दोनों पक्षों के बीच संवाद को और मजबूत करने की उम्मीद है. 

क्षेत्रीय स्थिरता के लिए सकारात्मक कदम

यह समझौता न केवल भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करेगा, बल्कि दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में भी मदद करेगा. ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों देशों के बीच इस तरह की पहल से सीमा पर रहने वाले लोगों को राहत मिलेगी और आपसी सहयोग के नए अवसर खुलेंगे। 

नागरिकों में उम्मीद की किरण

सीमा पर रहने वाले नागरिकों ने इस समझौते का स्वागत किया है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि यह शांति स्थायी होगी और हमारे बच्चे बिना डर के जी सकेंगे. 

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