असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 17 जानवर बाढ़ के पानी में डूब गए जबकि 65 अन्य जानवरों को सुरक्षित बचा लिया गया है. एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है. बाढ़ के पानी में डूबने वाले जानवरों में अधिकतर हॉग डियर हैं. यह जानवर हिरण की एक दुलर्भ प्रजाति है. वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने राष्ट्रीय उद्यान में स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों को पर्याप्त सावधानी बरतने का निर्देश दिया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वन्यजीवों को कोई नुकसान ना पहुंचे.
सीएम शर्मा ने राष्ट्रीय उद्यान 715 पर वाहनों के आवागमन को नियंत्रित करने का आदेश दिया है. इस बीच राष्ट्रीय उद्यान से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 715 पर वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत रोक लगा दी गई है.
राष्ट्रीय उद्यान के एक अधिकारी ने बताया कि 45 हॉग डियर, दो ऊदबिलाव, दो साम्भर और एक स्कॉप्स उल्लू को सुरक्षित बचा लिया गया है. पूर्वी असम वन्यजीव प्रभाग में 233 वन विभाह शिविरों में से 173 बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं. सुरक्षा कर्मियों सहित वन विभाग के कर्मचारी वनस्पतियों और जीवों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गश्त लगाने के लिए राष्ट्रीय उद्यान के अंदर शिविरों में रह रहे हैं.
A 2 year female rhino calf has been rescued by Assam forest frontline and vet rescue team at Kaziranga National Park’s Kohora range.
— Chief Minister Assam (@CMOfficeAssam) July 4, 2024
Team Assam is working 24 * 7 to help ensure our animals are safe during #AssamFloods @kaziranga_ @assamforest pic.twitter.com/YtWqyeiBdf
इस बीच बाढ़ से असम में अब तक 46 लोगों की मौत हो गई है. इलाके में बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. यहां 29 जिलों के 16.25 लाख से अधिक लोग बाढ़ की दूसरी लहर से प्रभावित है. वहीं बाढ़ से प्रभावित जिलों में प्रशासन द्वारा स्थापित 515 राहत शिविरों और वितरण केंद्रों में 3.86 लाख से अधिक लोगों ने शरण ले रखी है. NDRF, SDRF, और आपातकालीन सेवाए, प्रशासन, भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों की बचाव टीम अलग-अलग इलाकों में बचाव अभियान चला रही है.