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Excise policy case: केजरीवाल आज फिर ED के सामने नहीं होंगे पेश! तीन दिनों के गोवा दौरे पर होंगे रवाना

दिल्ली एक्साइज पॉलिसी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच में आज फिर अरविंद केजरीवाल ED के सामने पेश नहीं होंगे. दिल्ली CMO के एक अधिकारी के मुताबिक, केजरीवाल आज से तीन दिनों के दौरे पर गोवा जाएंगे. बता दें कि प्रवर्तन निदेशाल ने केजरीवाल को दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में आज पेश होने के लिए कहा था.

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Om Pratap
Excise policy case Arvind Kejriwal  may skip ED fourth summons

हाइलाइट्स

  • केजरीवाल ने कहा था- हम कानून के मुताबिक काम करेंगे
  • मनीष सिसोदिया और संजय सिंह फिलहाल हैं गिरफ्तार

Excise policy case Arvind Kejriwal may skip ED fourth summons: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय (ED) के चौथे समन को दरकिनार कर तीन दिनों के गोवा दौरे पर जा सकते हैं. बता दें कि ED ने अरविंद केजरीवाल से दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में आज पेश होने के लिए कहा है. इससे पहले अरविंद केजरीवाल 3 जनवरी की पूछताछ में भी शामिल नहीं हुए थे. उन्होंने कहा था कि जांच एजेंसी की ओर से जारी समन अवैध हैं और उनका (ED) एकमात्र उद्देश्य उन्हें गिरफ्तार करना था.

मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी के मुताबिक, पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार अरविंद केजरीवाल गुरुवार को गोवा के लिए रवाना होने वाले हैं. अधिकारी ने बताया कि आम आदमी पार्टी के चीफ आगामी लोकसभा चुनावों के लिए गोवा में पार्टी की तैयारियों की समीक्षा करेंगे. बताया जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल पंजाब के सीएम भगवंत मान, सांसद राघव चड्ढा और महासचिव संदीप पाठक के साथ तीन दिवसीय दौरे पर आज गोवा जा सकते हैं. ईडी ने 13 जनवरी को मामले में पेश होने के लिए केजरीवाल को चौथा समन जारी किया था. ED के समन को लेकर आम आदमी पार्टी के संयोजक गोपाल राय ने केंद्रीय एजेंसी पर केजरीवाल को चुनाव प्रचार करने से रोकने के लिए समन जारी करने का आरोप लगाया था.

कब-कब केजरीवाल के खिलाफ जारी हुआ समन?

दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 2 नवंबर को पहली बार समन जारी किया था. तब केजरीवाल, एक रैली को संबोधित करने के लिए मध्यप्रदेश गए थे. वहां उन्होंने आरोप लगाया था कि केंद्रीय जांच एजेंसी उनकी छवि खराब करने के लिए भाजपा के इशारे पर काम कर रही है.

इसके बाद, 22 दिसंबर को ED ने केजरीवाल को दूसरा समन जारी किया था. उस दौरान केजरीवाल मेडिटेशन रिट्रीट के लिए पंजाब गए थे. पिछली बार ED ने केजरीवाल को समन जारी कर 3 जनवरी को पेश होने को कहा था, लेकिन तब केजरीवाल गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियों के साथ-साथ दिल्ली में तीन सीटों के लिए चल रहे राज्यसभा चुनावों का हवाला देते हुए एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए.

केजरीवाल ने कहा था- हम कानून के मुताबिक काम करेंगे

बता दें कि बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा था कि हम कानून के मुताबिक काम करेंगे. उधर, भाजपा ने केजरीवाल पर टालमटोल करने का आरोप लगाया. दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि सीएम केजरीवाल एक भगोड़े की तरह व्यवहार कर रहे हैं लेकिन कानून जल्द ही उन तक पहुंच जाएगा. जिस दिन ईडी उनके टालमटोल वाले व्यवहार का संज्ञान लेगी और सीएम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी, लेकिन तब आम आदमी पार्टी विक्टिम कार्ड खेलना शुरू कर देगी.

आखिर केजरीवाल क्यों नहीं हो रहे पेश, क्या दे रहे तर्क?

केजरीवाल और उनकी पार्टी ने बार-बार और लगातार समन पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि ये स्पष्ट नहीं है कि केंद्रीय जांच एजेंसी आखिर उन्हें किस हैसियत से पेश होने के लिए समन जारी कर रही है. समन में ये स्पष्ट नहीं है कि केजरीवाल को गवाह के रूप में पेश होने के लिए बुलाया जा रहा है या फिर संदिग्ध के रूप में या फिर मुख्यमंत्री के रूप में या आम आदमी पार्टी के चीफ के रूप में. पार्टी की ओर से कहा गया है कि एजेंसी ने पूछताछ के लिए पेश होने के संबंध में कोई विवरण उपलब्ध नहीं कराया है. इसके अलावा, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने 3 जनवरी को दावा किया था कि केंद्र सरकार उन्हें 2024 के चुनावों से पहले गिरफ्तार करना चाहती है.

मनीष सिसोदिया और संजय सिंह फिलहाल हैं गिरफ्तार

बता दें कि शराब नीति से जुड़ी कथित मनी लॉन्ड्रिंग की चल रही जांच के तहत दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया है. दोनों नेता फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. पिछले साल इस मामले में CBI ने केजरीवाल से पूछताछ की थी, लेकिन एजेंसी ने उन्हें आरोपी नहीं बनाया था.