Delhi News: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के दावे ने राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है. राहुल गांधी ने एक्स पर दावा किया है कि संसद में चक्रव्यूह वाले भाषण के बाद उनके ऊपर ईडी की छापेमारी की तैयारी चल रही है. उनका दावा है कि ईडी के अंदरूनी सूत्रों ने उन्हें छापेमारी के बारे में जानकारी दी है.
'ईडी भ्रष्टाचारियों पर छापा डालती है'
अब राहुल गांधी के दावे पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि ईडी भ्रष्टाचारियों पर छापा मारती है. अगर उन्होंने भ्रष्टाचार किया है तो उन पर छापा मारा जाएगा, अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया होगा तो उन पर छापेमारी नहीं होगी. इसका (राहुल गांधी का पोस्ट) कारण यह है कि वायनाड में कांग्रेस कार्यकर्ताओं, कांग्रेस की नीतियां फेल हो गई हैं, INDI एक गठबंधन की सरकार है, आज अगर केंद्र सरकार नहीं होती तो लोगों की जान नहीं बचती...ये वायनाड के मुद्दे से ध्यान भटकाना चाहते हैं...''
#WATCH | Delhi: On LoP Lok Sabha Rahul Gandhi's post on X saying "EC raid being planned", BJP MP Nishikant Dubey says "...ED raids the corrupt. If they have done corruption then ED will raid, if they have not done corruption then there will be no raid. The reason for this (Rahul… pic.twitter.com/EoItR3x76j
— ANI (@ANI) August 2, 2024
मैं ईडी का खुले दिल से इंतजार कर रहा हूं
शुक्रवार को राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ' जाहिर है, दो में से एक को मेरा चक्रव्यूह भाषण पसंद नहीं आया. ईडी के अंदरूनी लोगों ने मुझे बताया है कि छापेमारी की योजना बनाई जा रही है. मैं उनका खुले दिल से इंतजार कर रहा हूं. चाय और बिस्कुट पर मिलेंगे.'
बीजेपी ने मध्यम वर्ग को आगे और पीछे से छुरा घोंपा है
बता दें कि राहुल गांधी 29 जुलाई को लोकसभा में दिए अपने भाषण का जिक्र कर रहे थे, जिसमें राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि एनडीए ने देशभर में भय के माहौल के बीच बजट 2024 में मध्यम वर्ग को आगे और पीछे से छुरा घोंपा है.
21वीं सदी में एक नया चक्रव्यूह बन गया है
महाभारत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा था, ' हजारों साल पहले कुरुक्षेत्र में छह लोगों ने अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाकर मार डाला था. मैंने थोड़ा रिसर्च किया और पाया कि चक्रव्यूह को पद्मव्यूह भी कहा जाता है - जिसका अर्थ है कमल का फूल... 21वीं सदी में एक नया चक्रव्यूह बन गया है... अभिमन्यु के साथ जो किया गया, वह भारत के युवाओं, किसानों, महिलाओं, छोटे और मध्यम व्यवसायों के साथ हो रहा है.'