नई दिल्ली: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते है. इस बार भी उन्होंने कुछ ऐसा ही बयान दिया है. जिसके लिए वो जाने जाते है. कर्नाटक के हुबली में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि "नरम या कट्टर हिंदुत्व जैसी कोई चीज नहीं होती. 'हिंदुत्व' शब्द के रचयिता सावरकर हैं और उन्होंने ही कहा है कि हिंदुत्व का हिंदू धर्म या सनातन धर्म से कोई संबंध नहीं है. संविधान की शपथ के तहत काम करने वाला कोई भी व्यक्ति 'हिंदू राष्ट्र' की बात करता है तो उन्हें पहले अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए और उसके बाद ही कुछ कहना चाहिए"
#WATCH | There is no such thing as soft or hard Hindutva. The author of the word 'Hindutva' is Savarkar and he himself has said that Hindutva has no connection with Hindu religion or Sanatan Dharma. Any person who is working under the oath of the Constitution talks about 'Hindu… pic.twitter.com/sXG6yahCab
— ANI (@ANI) August 15, 2023
बीते दिनों छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कथा में हिन्दू राष्ट्र को लेकर कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया था. कमलनाथ ने बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा था है कि "देश में 82 प्रतिशत हिंदू निवास करते हैं इसलिए हिंदू राष्ट्र बहस का कोई मुददा नहीं है. विश्व की सबसे बड़ी हिंदू आबादी अपने देश में है. देश में 82 प्रतिशत हिंदू निवास करते हैं. यह कोई बहस की बात है यह तो सच है. 82 प्रतिशत भारत में हिंदू हैं तो हम कहें कि यह हिंदू राष्ट्र है यह कहने की क्या बात है यह तो आंकड़े बताते हैं"
कमलनाथ के इस बयान के सवाल पर जवाब देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि "हिन्दू राष्ट्र या इस्लाम राष्ट्र की बात नहीं है. ये देश सबका है. हमारे देश में हिन्दुओं के साथ-साथ मुसलमान, ईसाई, सिख, जैन, बौद्ध और सभी धर्मों ने आज़ादी की लड़ाई लड़ी है. क्या शहीद भगत सिंह के साथ अशफाकुल्लाह को फांसी नहीं दी गई थी? ये देश सबका है. कमलनाथ के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है"
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