Delhi Man Suicide: बेंगलुरु के अतुल सुभाष की सुसाइड के बाद 2017 का एक और मामला फिर से सुर्खियों में है. इस मामले ने भी लोगों के मन में आक्रोश भर दिया था. दरअसल, 2017 में, अरविंद भारती नाम के एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली थी. उनके इस कदम का कारण उनकी पत्नी ऋचा द्वारा कथित तौर पर बलात्कार और दहेज के मामलों में लगाए गए झूठे आरोप बताया गया था.
एक रिपोर्ट के अनुसार, सरिता विहार पुलिस स्टेशन में यह मामला दर्ज किया गया था. अरविंद ने सुसाइड नोट के साथ ऋचा के खिलाफ उनके दावों की पूरी जानकारी दी थी. उन्होंने उन पर तलाक के बाद भी झूठे आरोप लगाए थे. इसके अलावा उन्हें और उनके परिवार को बार-बार परेशान करने का भी आरोप लगाया था. अरविंद ने ऋचा के हाथों ब्लैकमेल और टॉर्चर के एक भयावह एक्सपीरियंस को भी बताया था. उन्होंने अपने लैटर में कहा कि उनका पुलिस पर से विश्वास उठ गया है और वे उनकी हरकतों के सामने खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं.
कंप्लेंट लैटर 15 दिसंबर, 2017 को अरविंद की मौत से ठीक एक दिन पहले लिखा गया था. घटना के बाद ऋचा को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें जमानत दे दी गई. मुकदमा अभी भी चल रहा है. पुलिस को लिखे अपने छह पन्नों के लैटर में अरविंद ने अपनी शादी के बिगड़ने की कहानी बताई, जो 2008 में लव मैरिज के तौर पर शुरू हुई थी. उन्होंने पिछले कुछ सालों में उनके और उनके परिवार के प्रति ऋचा के व्यवहार में आए बदलावों के बारे में भी बताया.
उन्होंने लिखा, "वह अक्सर पुलिस में झूठी शिकायतें दर्ज कराती थी और हम कुछ दिनों के लिए ही साथ रह पाते थे. 2013 में, दिल्ली की एक अदालत ने मुझे निराधार दहेज मामले से बरी कर दिया." 2016 में दोनों अलग हो गए, लेकिन अरविंद ने दावा किया कि टॉर्चर जारी रहा. कथित तौर पर ऋचा उनके ऑफिस और कोचिंग सेंटर तक उनका पीछा करती थी, जिससे उन्हें परेशानी होती थी और अंततः उनकी नौकरी चली जाती थी.
अपने लैटर में भारती ने ऋचा पर उनके खिलाफ बलात्कार की झूठी शिकायत दर्ज कराने का आरोप लगाया. उन्होंने बताया, "पुलिस ने मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज करने से इनकार करते हुए मुझे शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत परेशान किया." उन्होंने एक खास दर्दनाक घटना के बारे में भी बताया जब पुलिस उन्हें ऋचा के घर ले गई, जहां कथित तौर पर उन्हें नंगा कर दिया गया और बिना भोजन या पानी के एक कमरे में बंद कर दिया गया.
फिर ऋचा ने भारती के खिलाफ एक और बलात्कार का मामला दर्ज कराया. उसने दावा किया कि ऋचा अक्सर उस पर पैसे के लिए दबाव डालती थी और वह और झूठे आरोपों के डर से मदद मांगने में असमर्थ महसूस करता था. उसने कहा, "मैं किसी से शिकायत भी नहीं कर सकता क्योंकि मुझे पता है कि मेरे खिलाफ एक और झूठा मामला दर्ज किया जाएगा." भारती ने एक घटना के बारे में बताया जब ऋचा ने जबरन उसका बैग छीन लिया था जिसमें उसका ऑफिस लैपटॉप, वॉलेट, जरूरी डॉक्यूमेंट और 32 लाख रुपये का चेक था. अपनी निराशा में उसने लिखा, "मैं आखिरी बार ऋचा की बात सुन रहा हूं और खुद को मार रहा हूं. अन्यथा, मैं हर दिन इसी तरह मरूंगा."
अपने सुसाइड नोट में भारती ने अपने परिवार को उसकी मौत पर शोक न मनाने का आग्रह किया. उसने उससे छीने गए सामान और बकाया कर्ज की सभी डिटेल दी. उसने उम्मीद जताई कि न्याय होगा, उसने कहा, "भगवान उसे सजा देंगे." अरविंद के आखिरी शब्द- "मैं दिन-रात दर्द में रहता था और मुझे पता था कि मुझे आखिरकार यह कदम उठाना होगा... मैं बहुत थक गया हूं और एक सेकंड भी दर्द नहीं सह सकता. कृपया ऋचा के खिलाफ कार्रवाई न करें... मैं अब जीवित नहीं रहूंगा, और आपका जीवन भी खराब हो सकता है."