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Darjeeling landslide Incident: 'बेहद दुःखद, स्थिति पर रखी जा रही है नजर...,' दार्जिलिंग में बारिश-भूस्खलन हादसे पर पीएम मोदी ने जताया गहरा दुख

Darjeeling landslide Incident: दार्जिलिंग में भारी बारिश और भूस्खलन ने तबाही मचाई हुई है. कई गांव प्रभावित हुए और सड़क संपर्क टूट गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संवेदनाएं व्यक्त कीं और राहत कार्यों की सफलता की प्रार्थना की. प्रशासन ने राहत शिविर बनाए हैं और आपदा टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं.

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Edited By: Km Jaya
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
Courtesy: @BJP4India X account

Darjeeling landslide Incident: पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में भारी बारिश और भूस्खलन से मची तबाही पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शोक जताया है. पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण पुल ढहने और कई घर बह जाने से कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई है. कई गांवों का संपर्क टूट चुका है और सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया और कहा कि केंद्र सरकार हालात पर कड़ी नजर बनाए हुए है. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, 'दार्जिलिंग में पुल हादसे से हुई जानमाल की क्षति से गहरा दुख हुआ. जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उन्हें मेरी संवेदनाएं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.' प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जाएगी.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जताया दुख

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी दुख जताते हुए लिखा, 'दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण हुई जनहानि दुखद है. मैं पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं और राहत कार्यों की सफलता व घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करती हूं.'

मौतों का आंकड़ा बढ़ने की संभावना

दार्जिलिंग की मिरीक-सुखियापोखरी सड़क पर बड़ा भूस्खलन हुआ, जिसमें कई घर बह गए और रास्ते अवरुद्ध हो गए. जिला अधिकारियों के मुताबिक, बिश्नुलाल गांव, वार्ड 3 लेक साइड और जसबीर गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, जहां छह मौतों की पुष्टि हुई है. एक मौत पास के चाय बागान में भी हुई. मौतों का आंकड़ा अभी और बढ़ने की संभावना है.

अस्थायी राहत शिविर की व्यवस्था

स्थानीय प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रतिक्रिया बल राहत व बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. कई घर और चाय बागान की कॉलोनियां मलबे में दब गईं. प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी राहत शिविर बनाए गए हैं और मेडिकल टीमों को एनजीओ के सहयोग से राहत सामग्री और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए तैनात किया गया है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि दार्जिलिंग और कालिम्पोंग समेत उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में 6 अक्टूबर तक भारी बारिश हो सकती है. विभाग ने भूस्खलन और सड़क अवरोध की संभावना भी जताई है.