Cyclone Fengal: दक्षिण भारत के कई इलाकों में साइक्लोन फेंगल का असर दिखने लगा है. चेन्नई में तेज बारिश शुरू हो गई है, साथ ही हवाएं चल रही हैं. दूसरी तरफ पुडुचेरी में समुद्र के भीतर ऊंची लहरें उठना शुरू हो गई हैं. भारतीय मौसम विभाग ने चक्रवात फेंगल को लेकर चेतावनी जारी की है. आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात फेंगल आज शाम तक तटीय इलाकों से टकराएगा.
चक्रवात फेंगल के प्रभाव के कारण कई तटीय इलाकों में तूफानी हवाएं शुरू हो गई हैं और समुद्र में ऊंची लहरे उठ रही हैं. चेन्नई में प्रशासन की तरफ से चेतावनी जारी की गई है. छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर तमिलनाडु सरकार ने चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू जिलों में सभी स्कूलों और कॉलेजों को 30 नवंबर को बंद रखने का आदेश दिया है.
#WATCH | Drone visual from the coastal areas of Puducherry; rough sea and gusty wind witnessed as impact of cyclone Fengal
— ANI (@ANI) November 30, 2024
According to the Indian Meteorological Department (IMD), Cyclone Fengal will hit the coastal area by today evening. pic.twitter.com/t1yS0z5vhZ
स्कूल-कॉलेज बंद
बंगाल की खाड़ी में चक्रवात फेंगल के तेज़ होने और पुडुचेरी के नज़दीक पहुंचने के साथ ही तमिलनाडु में अधिकारियों ने तत्काल सलाह जारी की है और महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय लागू किए हैं. आने वाले तूफ़ान के साथ भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की आशंका है. जिसकी वजह से राज्य सरकार ने कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिया है. सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को रोकने और आईटी कंपनियों से घर से काम करने के प्रोटोकॉल लागू करने का अनुरोध किया है.
#WATCH | Cuddalore, Tamil Nadu: Rough sea and gusty wind witnessed due to the impact of cyclone Fengal; visuals from Devanampattinam Beach
— ANI (@ANI) November 30, 2024
According to the Indian Meteorological Department (IMD), Cyclone Fengal is expected to make landfall close to Puducherry, along the Tamil… pic.twitter.com/WK2em7n0dk
90 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
यह बंदिशें ऐसे समय में की गई हैं जब क्षेत्र चक्रवात फेंगल के लिए तैयारियां कर रहा है, जिसके दोपहर में भूस्खलन करने की भविष्यवाणी की गई है. इस दौरान हवा की गति 90 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.इन क्षेत्रों में कोई विशेष कक्षाएं या परीक्षाएं नहीं होंगी तथा भारी वर्षा की चेतावनी वाले अन्य जिलों के जिला कलेक्टरों को स्थानीय स्थिति के आधार पर निर्णय लेने की सलाह दी गई है.