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India Daily

ऑपरेशन सिंदूर में भारत को कितना नुकसान हुआ? कांग्रेस बोली ट्रांसपेरेंसी के साथ जवाब दे सरकार, CDS का दिया हवाला

तेलंगाना के सिंचाई मंत्री ने सरकार से पूछा है कि पाकिस्तान ने कितने भारतीय विमान मार गिराए? उन्होंने आगे कहा,''भारत-पाक ऑपरेशन के दौरान हुई हर महत्वपूर्ण घटना पर सरकार को अधिक पारदर्शी होना चाहिए."

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Edited By: Mayank Tiwari
Telangana Minister N. Uttam Kumar Reddy
Courtesy: Social Media

कांग्रेस ने शनिवार (31 मई) को ऑपरेशन सिंदूर में भारत के सैन्य नुकसान को लेकर सरकार से पारदर्शिता की मांग जारी रखी. इस दौरान तेलंगाना के सिंचाई मंत्री और पूर्व वायुसेना फाइटर पायलट उत्तर कुमार रेड्डी ने वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के बयानों का हवाला देते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि सरकार यह खुलासा करे कि पाकिस्तान ने कितने भारतीय विमानों को मार गिराया.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान रेड्डी ने कहा, "यह तथ्य कि लड़ाकू विमान मार गिराए गए, इसे सरकार को नकारना बंद करना चाहिए. सीडीएस ने खुद इसका जिक्र किया. हालांकि, इससे पहले, एयर मार्शल भारती ने अपनी ब्रीफिंग में अप्रत्यक्ष रूप से और डीजीएमओ ने भी इसका जिक्र किया था... आज पूरे देश को यह समझना चाहिए कि किसी कारण से सरकार ने जो कुछ हुआ, उसके बारे में खुलकर नहीं बताया."

सीडीएस का पहला आधिकारिक बयान

सिंगापुर में शांगरी-ला सुरक्षा संवाद के दौरान रॉयटर्स से बात करते हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने पहली बार आधिकारिक रूप से स्वीकार किया कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय विमानों का नुकसान हुआ. उन्होंने कहा, "यह महत्वपूर्ण नहीं है कि कितने विमान खोए गए, बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि ये नुकसान क्यों हुए और इसके बाद हम क्या करेंगे." इससे पहले, वायुसेना संचालन के महानिदेशक एयर मार्शल एके भारती ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, "नुकसान युद्ध का हिस्सा हैं."

राहुल गांधी का समर्थन, बीजेपी की आलोचना

रेड्डी ने जनरल चौहान के बयान से सहमति जताते हुए गलतियों को स्वीकार करने और सुधारने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा, "यही बात राहुल गांधी ने सबसे पहले कही थी, जिसके खिलाफ बीजेपी ने बहुत सारी नकारात्मक मुहिम चलाई." राहुल गांधी की नुकसान की जानकारी मांगने की अपील को बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने "गैर-जिम्मेदाराना" और "निशान-ए-पाकिस्तान" कहकर तीखी आलोचना की थी.

राफेल के प्रदर्शन पर जताई चिंता

कांग्रेस के अलावा, फ्रांसीसी विमानन कंपनी राफेल भी इस बात को लेकर चिंतित है कि भारतीय सेना के हाथों युद्ध में उनके उत्पाद का प्रदर्शन कैसा रहा. फ्रांसीसी रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को कहा, "राफेल का मुद्दा हमारे लिए प्राथमिक महत्व का है." उन्होंने भारत के साथ संपर्क में होने की बात कही ताकि स्थिति को बेहतर ढंग से समझा जा सके. यदि राफेल लड़ाकू विमान वास्तव में मार गिराया गया, तो यह दो दशकों की सक्रिय सेवा में पहला परिचालन नुकसान होगा. पाकिस्तान ने छह भारतीय विमानों को मार गिराने का दावा किया था, जिसे भारत ने बार-बार खारिज किया है.

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुजीब मशाल के अनुसार, भारतीय और पश्चिमी अधिकारियों ने पुष्टि की कि वास्तविक नुकसान 2-3 विमानों के बीच है.

पारदर्शिता की जरूरत

तेलंगाना के सिंचाई मंत्री और पूर्व वायुसेना फाइटर पायलट उत्तर कुमार रेड्डी ने निष्कर्ष में कहा, "भारत-पाक ऑपरेशन के दौरान हुई हर महत्वपूर्ण घटना पर सरकार को अधिक पारदर्शी होना चाहिए."