Pakistan Elelction: पाकिस्तान में नेशनल असेंबली चुनाव में बड़ा कंफ्यूजन है. तीनों प्रमुख पार्टियां अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं. अभी तक के जो नतीजे आए हैं उसमें किसी भी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिली है. पाकिस्तान के चुनाव में इमरान खान और नवाज शरीफ दोनों ने जीत का दावा किया है. सड़कों पर अशांति है. देश के कुछ हिस्सों में हिंसा की खबरें भी शामिल हैं और हमेशा की तरह, धांधली और चुनाव में हेरफेर के आरोप लग रहे हैं.
पाकिस्तान में 8 फरवरी (गुरुवार) को हुए चुनाव के नतीजों ने देश को अनिश्चितता में डाल दिया है. सभी बाधाओं के बावजूद, जेल में बंद इमरान खान के वफादार निर्दलीय उम्मीदवार दौड़ में आगे बने हुए. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली की 336 सीटों और चार प्रांतीय विधानसभाओं के लिए चुनाव हुआ है. इमरान खान समर्थित उम्मीदवार रेस में सबसे आगे है. इमरान खान के समर्थक निर्दलीय उम्मीदवार 100 सीटों के साथ सबसे आगे हैं. नवाज की पार्टी 71 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है. बिलावल की पार्टी पीपुल्स पार्टी 54 सीटों पर आगे चल रही है.
पाकिस्तान मीडिया में कहावत चल रही है कि पाकिस्तानी सेना ने कभी युद्ध नहीं जीता है, लेकिन कभी चुनाव नहीं हारी है. सेना का चुनाव में काफी प्रभाव होता है. अपने मन के मुताबिक शासक चुनते हैं. जो उनके अनुसार चले. अगर कोई पीएम सेना से बगावत करने की कोशिश भर भी करता है उसे सेना सत्ता से हटाने के लिए अपनी ताकत का इस्तेमाल करती है. माना जा रहा था कि यह चुनाव भी कुछ अलग नहीं होगा. इमरान खान के साथ अनबन के बाद, सेना ने पुराने घोड़े नवाज शरीफ और उनकी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) का समर्थन करने का फैसला किया.
पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान को जेल में डाल दिया गया और कई सजाएं सुनाई गईं, जिसके बाद वह पीएम की दौड़ से बाहर हो जाएंगे. उनके सहयोगियों और सहयोगियों को उत्पीड़न का सामना करना पड़ा और उनकी पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर प्रतिबंध लगा दिया गया. इमरान खान ने हार नहीं मानी, अपने समर्थित उम्मीदवारों को निर्दलिय मैदान में उतारा. जब गुरुवार रात को नतीजे आने शुरू हुए, तो यह स्पष्ट था कि जनता के बीच इमरान खान की लोकप्रियता उनके वफादारों के चुनावी प्रदर्शन में बदल गई थी. उनके पीछे सेना की पूरी ताकत होने के बावजूद, नवाज के लिए पीएम की राह आसान नहीं होने वाला है.
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटें हैं. इनमें से 265 सीटों पर चुनाव हुए. एक सीट पर चुनाव टाल दिए गए हैं. सरकार बनाने के लिए 134 सीटों पर बहुमत होना जरूरी है. पाकिस्तान में मुख्य रूप से 3 पार्टियों के बीच मुकाबला है. इनमें पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) शामिल हैं.