दिल्ली में चुनावी सरगर्मी के बीच हाल ही में स्कूलों को बम की धमकी देने का मामला तेजी से सुर्खियों में आ गया है. इस धमकी के बाद दिल्ली पुलिस ने मामले का खुलासा किया, जिससे राजनीतिक तापमान और भी बढ़ गया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस मामले में नाबालिग छात्र और एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) का नाम सामने आने पर गंभीर चिंता जताई. भाजपा ने आम आदमी पार्टी (AAP) से यह सवाल किया कि उसका इस NGO से क्या संबंध है, जिस पर पार्टी के भीतर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है.
दिल्ली पुलिस ने बम की धमकी देने वाले व्यक्ति का खुलासा करते हुए बताया कि एक नाबालिग छात्र और एक NGO का इस मामले में हाथ था. इसके बाद भाजपा ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी का इस NGO से कोई गहरा संबंध हो सकता है और सवाल किया कि इस घटना में पार्टी का क्या रोल है. भाजपा ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी और उस NGO के बीच रिश्तों की जांच होनी चाहिए.
इस मामले पर आम आदमी पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी ने BJP और दिल्ली पुलिस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस घटना का राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है. AAP ने साफ तौर पर कहा कि यह मामला सुरक्षा और कानून व्यवस्था से जुड़ा हुआ है, और इसमें किसी भी तरह की राजनीति करने का कोई मतलब नहीं है. पार्टी ने यह भी कहा कि भाजपा बिना जांच के ही आरोप लगा रही है और इसका उद्देश्य सिर्फ चुनावी माहौल को गरमाना है.
बमों की धमकी पर राजनीति
संजय सिंह ने कहा कि भाजपा बच्चों को मिल रही बमों की धमकी पर राजनीति कर रही है. वह स्कूलों में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चों को मिलने वाली धमकियों का राजनीतिक लाभ उठा रही है. भाजपा को दिल्ली और देश की सुरक्षा से कोई वास्ता नहीं है. इनके पास नेता, नीति और नीयत नहीं केवल आरोप-प्रत्यारोप है. बिना आरोपों और सबूतों के कुछ भी कहना कैसी राजनीति है? मैं पूछना चाहता हूं दिल्ली के रोहिणी में जो धमाके हुए, उसमें कितने अपराधी पकड़े गए. दिल्ली की अदालत में जज के सामने जो हत्या हुई उस मामले में क्या हुआ. एक महिला का दुष्कर्म कर के सड़कों पर कई किलोमीटर तक घसीटा गया, उस मामले का क्या हुआ. दिल्ली में गैंगवार हुआ उसका क्या हुआ. कारोबारियों को धमकियां दी जा रही हैं. गोलियां मारी जा रही हैं उसका क्या हुआ.