MP Assembly Election 2023: विधानसभा चुनाव की चुनावी शंखनाद की घड़ी नजदीक आने के साथ राजनीतिक दल जीत का रोडमैप तैयार करने में जुटे हुए है. बीजेपी और कांग्रेस समेत तमाम दल एक-एक सीटों पर जीत को लेकर उम्मीदवारों के नामों पर गहन विचार मंथन करना शुरू कर दिया है. मध्य प्रदेश की सबसे हाई प्रोफाइल सीटों में से जबलपुर पश्चिम विधानसभा सीट इन दिनों सियासी तौर पर चर्चा के केंद्र में है.
जबलपुर पश्चिम विधानसभा सीट कभी बीजेपी का गढ़ हुआ करती थी लेकिन पिछले दो विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने बीजेपी के इस किले में सेंध लगा दी है. इस सीट से फिलहाल कमलनाथ सरकार में वित्त मंत्री रहे तरुण भनोट विधायक हैं. इस बार वो हैट्रिक लगाने के इरादे से चुनावी मैदान में हुंकार भरते नजर आ रहे है. कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले तरुण भनोत कांग्रेस सरकार के दौरान वित्त विभाग, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के कैबिनेट मंत्री रहे है.
इस सीट से 1998, 2003, 2008 में बीजेपी के हरिंदर जीत सिंह बब्बू चुनाव जीतते आ रहे है. वो राज्य सरकार में मंत्री भी रहे है. इसके बाद 2013 और 2018 में हुए चुनावों में कांग्रेस के तरुण भनोट ने अप्रत्याशित रूप से बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाकर यह सीट जीत ली.ऐसे में इस बार के विधानसभा चुनाव में तमाम नेताओं की ओर से अपने जीत को लेकर पुख्ता दावे किये जा रहे है. अब देखना होगा कि आगामी विधानसभा चुनाव में जनता किसे अपना जनप्रतिनिधि चुनती है. जबलपुर पश्चिम विधानसभा सीट पर अगर जातीय समीकरण की बात की जाए तो यादव समाज की सबसे ज्यादा संख्या है. इसके बाद कुशवाहा, ब्राह्मण, कुम्हार, बर्मन, राजपूत ठाकुर, सेन, जैन और पंजाब से आए हुए लोगों की बड़ी संख्या मौजूद है.
यह भी पढ़ें: MP Assembly Election 2023: क्या कसरावद विधानसभा सीट पर कांग्रेस लगाएगी जीत की हैट्रिक या BJP के सिर सजेगा ताज?