नई दिल्ली: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का प्रस्तावित भारत दौरा एक बार फिर टल गया है. हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया था कि दिल्ली में हाल ही हुए ब्लास्ट के चलते यह यात्रा स्थगित की गई है, लेकिन भारत के विदेश मंत्रालय ने इन दावों को पूरी तरह गलत बताया है. मंत्रालय ने स्पष्ट कहा कि नेतन्याहू की यात्रा टलने का संबंध सुरक्षा चिंताओं से नहीं है.
मंगलवार को जारी एक बयान में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इजरायली मीडिया के कुछ हिस्सों में फैलाई जा रही जानकारी भ्रामक है. उन्होंने कहा कि नेतन्याहू के दौरे को स्थगित करने का निर्णय किसी सुरक्षा खतरे के कारण नहीं, बल्कि आपसी तालमेल और अन्य कारणों की वजह से लिया गया है. मंत्रालय के अनुसार, दोनों देशों के बीच नई तारीख तय करने की प्रक्रिया जारी है.
इन अटकलों को विराम देते हुए इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी एक आधिकारिक बयान जारी किया. बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सुरक्षा पर नेतन्याहू को पूरा भरोसा है. इजरायली पीएमओ ने सोशल मीडिया पर लिखते हुए बताया कि भारत और इजरायल के रिश्ते बहुत मजबूत हैं तथा दोनों देशों की टीमें जल्द ही नई तारीख तय करने के लिए काम कर रही हैं.
Prime Minister's Office:
— Prime Minister of Israel (@IsraeliPM) November 25, 2025
Israel’s bond with India and between Prime Minister Netanyahu and Prime Minister @narendramodi is very strong. The PM has full confidence in India’s security under PM Modi, and teams are already coordinating a new visit date.
यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री नेतन्याहू का भारत दौरा टला हो. इससे पहले 9 सितंबर को उनका केवल एक दिन के लिए भारत आने का कार्यक्रम तय था, लेकिन इजरायल में 17 सितंबर को होने वाले चुनावों के कारण उन्हें अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था. इससे पहले अप्रैल में भी इसी तरह कार्यक्रम रद्द किया गया था.
भारत और इजरायल के रिश्ते पिछले कुछ वर्षों में काफी मजबूत हुए हैं. जनवरी 2018 में नेतन्याहू भारत आए थे, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2017 में इजरायल की ऐतिहासिक यात्रा पर गए थे. मोदी इजरायल जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने थे. दोनों नेताओं की दोस्ती और राजनीतिक समझ को लेकर दोनों देशों की मीडिया में अक्सर चर्चा होती रहती है.
भारत और इजरायल दोनों ही देशों की ओर से यह स्पष्ट संदेश है कि नेतन्याहू का दौरा रद्द नहीं किया गया, बल्कि केवल आगे की तारीख के लिए स्थगित किया गया है. नई तारीख का ऐलान जल्द होने की उम्मीद है.