Bengaluru techy Atul Subhash Suicide Story: बेंगलुरु में एक 34 वर्षीय इंजीनियर अतुल सुभाष, ने अपनी जान दे दी. आत्महत्या से पहले उन्होंने एक वीडियो रिकॉर्ड किया और अपनी पत्नी, ससुराल वालों, और न्याय प्रणाली पर गंभीर आरोप लगाए. यह मामला समाज और न्याय प्रणाली पर कई सवाल खड़े करता है.
अतुल, जो मूलतः बिहार के रहने वाले थे, ने अपने वीडियो में बताया कि 2019 में उनकी शादी एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए हुई थी. शादी के कुछ समय बाद, उनकी पत्नी और ससुरालवालों ने उनसे बार-बार बड़ी रकम की मांग की. 2021 में उनकी पत्नी, उनका बेटा लेकर घर छोड़कर चली गई. इसके बाद 2022 में, उनकी पत्नी ने उन पर और उनके परिवार पर कई झूठे आरोप लगाकर केस दर्ज कर दिया.
अतुल ने अपनी सुसाइड नोट में लिखा कि उनकी पत्नी और ससुराल वालों ने पहले 1 करोड़ रुपये की मांग की, जिसे बाद में 3 करोड़ तक बढ़ा दिया. उन्होंने एक न्यायाधीश पर भी गंभीर आरोप लगाए कि उन्होंने मामला सुलझाने के लिए 5 लाख रुपये की मांग की. अतुल ने यह भी बताया कि एक सुनवाई के दौरान उनकी पत्नी ने उनसे आत्महत्या करने की बात कही, जिस पर न्यायाधीश ने हंसते हुए उन्हें कमरे से बाहर जाने को कह दिया.
अतुल ने यह भी आरोप लगाया है कि जज ने कहा कि उसे "अपने परिवार के बारे में सोचना चाहिए" और "मामले को निपटाने" के लिए 5 लाख रुपये की मांग की.
अतुल ने अपनी सास के साथ एक और बातचीत का वर्णन किया जिसमें उसने कथित तौर पर पूछा कि उसने अभी तक आत्महत्या क्यों नहीं की. जब अतुल ने जवाब दिया कि अगर वह मर गया तो उन्हें पैसे कैसे मिलेंगे, तो उसने कथित तौर पर कहा, "तुम्हारे पिता पैसे देंगे. तुम्हारे माता-पिता तुम्हारे बाद मर जाएंगे, और तुम्हारी पत्नी को पैसे मिलेंगे."
अतुल ने अपनी सुसाइड नोट में लिखा, "कोर्ट अगर न्याय नहीं कर सकता, तो मेरी अस्थियां नाले में बहा देना. अब मेरे जाने के बाद, मेरे परिवार को झूठे मामलों से राहत मिलेगी." यह शब्द समाज और न्याय व्यवस्था के लिए एक गहरी सीख और चुनौती प्रस्तुत करते हैं.
He's Atul Shubash, committed suicide due to harrasment by his ex-wife & court for alimony.
— Mr Sinha (@MrSinha_) December 10, 2024
While trying to empower women, the system has forgotten that men are also human, they also deserve sympathy and support...
This is so heartbreaking 💔 pic.twitter.com/vV2MEdOASL
अतुल ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी पत्नी ने उनके परिवार पर हत्या, अप्राकृतिक यौन संबंध, और दहेज उत्पीड़न जैसे झूठे आरोप लगाए. इन आरोपों के चलते उनका परिवार मानसिक और सामाजिक दबाव झेल रहा था. उन्होंने यह भी कहा कि उनके ससुर की मृत्यु को भी उनके खिलाफ इस्तेमाल किया गया, जबकि ससुर पहले से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे.
अपनी सुसाइड नोट में अतुल ने भारतीय न्याय प्रणाली पर कड़ा प्रहार करते हुए लिखा कि झूठे मामलों में फंसा दिया जाना पुरुषों के लिए एक "कानूनी नरसंहार" है. उन्होंने लिखा कि उनके परिवार को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है और न्याय प्रणाली उनके उत्पीड़न में मदद कर रही है.
अतुल ने आत्महत्या से पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक लिंक साझा किया और इसे एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप को टैग किया. उन्होंने अपने संदेश में लिखा, "भारत में पुरुषों का कानूनी नरसंहार हो रहा है. मैं मरने के बाद भी अनुरोध करता हूं कि इन समस्याओं को हल करें."
यह मामला न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह समाज और न्याय प्रणाली में मौजूद खामियों को भी उजागर करता है. झूठे मामलों में फंसे पुरुषों की व्यथा और उनका दर्द इस घटना से स्पष्ट होता है.