असम के मशहूर सिंगर जुबिन गर्ग की रहस्यमयी मौत ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. 19 सितंबर 2025 को सिंगापुर में एक यॉट पार्टी के दौरान समुद्र में नहाते हुए उनकी मौत हो गई थी. शुरुआत में इसे डूबने का हादसा बताया गया, लेकिन अब मामला मर्डर का बन चुका है. कल यानी 24 नवंबर को असम विधानसभा में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने खुलासा किया कि 'जुबिन की मौत कोई एक्सीडेंट नहीं, बल्कि हत्या थी!'
सीएम सरमा ने सदन में कहा कि जांच में साफ हो गया है कि जुबिन को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया गया. ये बयान सुनते ही विधायक और दर्शक स्तब्ध रह गए. जुबिन के फैंस, जो महीनों से इंसाफ की मांग कर रहे थे, अब थोड़ी राहत महसूस कर रहे हैं. असम में तो उनके जाने के बाद हफ्तों तक बाजार बंद रहे, स्कूल-कॉलेज ठप हो गए थे.
जुबिन की मौत की जांच अब कई स्तरों पर चल रही है. असम पुलिस की CID ने 9 सदस्यीय स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित की है. इसके अलावा एक ज्यूडिशियल कमीशन भी बना है, जिसकी अगुवाई गौहाटी हाईकोर्ट के जस्टिस सौमित्र सैकिया कर रहे हैं. कमीशन ने हाल ही में स्टेटमेंट सबमिट करने की डेडलाइन 12 दिसंबर तक बढ़ा दी है. कोई भी व्यक्ति या संस्था नोटराइज्ड एफिडेविट के साथ सबूत जमा कर सकता है.
सिंगापुर पुलिस भी अपनी अलग जांच कर रही है और उन्होंने ऑटोप्सी रिपोर्ट इंडियन हाई कमीशन को सौंप दी है. रिपोर्ट में मौत का कारण डूबना बताया गया, लेकिन फाउल प्ले की आशंका से इनकार नहीं किया. परिवार ने सबसे पहले शिकायत दर्ज कराई थी. जुबिन की पत्नी गारिमा सैकिया गर्ग, भाभी पामि बर्थाकुर और चाचा मनोज बोरठाकुर ने असम CID में ऑनलाइन कंप्लेंट की.