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हरियाणा, गोवा को मिले नए राज्यपाल, लद्दाख को मिला नया LG, जानें राष्ट्रपति ने किन्हें किया नियुक्त

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को दो राज्यों के राज्यपालों और एक केंद्रशासित प्रदेश के उपराज्यपाल की नियुक्ति की है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रो. आशिम कुमार घोष को हरियाणा का राज्यपाल, पुष्पपति अशोक गजपति राजू को गोवा का राज्यपाल और कविन्द्र गुप्ता को लद्दाख का उपराज्यपाल नियुक्त किया.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Governor
Courtesy: Social Media

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को दो राज्यों के राज्यपालों और एक केंद्रशासित प्रदेश के उपराज्यपाल की नियुक्ति की है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रो. आशिम कुमार घोष को हरियाणा का राज्यपाल, पुष्पपति अशोक गजपति राजू को गोवा का राज्यपाल और कविन्द्र गुप्ता को लद्दाख का उपराज्यपाल नियुक्त किया.

प्रोफेसर असीम कुमार घोष को हरियाणा का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है, जो वर्तमान राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की जगह लेंगे. घोष एक प्रख्यात शिक्षाविद् और राजनीतिक विचारक हैं, जिन्हें उनके प्रशासनिक और शैक्षणिक अनुभव के लिए जाना जाता है. उनकी नियुक्ति को हरियाणा के संवैधानिक नेतृत्व में एक नए अध्याय की शुरुआत माना जा रहा है. यह उम्मीद की जा रही है कि घोष अपने अनुभव और दृष्टिकोण से राज्य में प्रशासनिक और सामाजिक विकास को नई दिशा देंगे.

गोवा में अशोक गजपति राजू बने नए राज्यपाल

आंध्र प्रदेश के वरिष्ठ राजनेता और पूर्व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री पुसापति अशोक गजपति राजू को गोवा का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है. वे पी.एस. श्रीधरन पिल्लई का स्थान लेंगे. तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के दिग्गज नेता राजू को उनके दशकों के प्रशासनिक और विधायी अनुभव के लिए जाना जाता है. उनकी नियुक्ति को गोवा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, क्योंकि वे अपने अनुभव के साथ राज्य के पर्यटन, संस्कृति और विकास के क्षेत्र में योगदान दे सकते हैं.

लद्दाख में कविंद्र गुप्ता को उपराज्यपाल की जिम्मेदारी

जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता कविंद्र गुप्ता को लद्दाख का नया उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है. गुप्ता ने 2018 में जम्मू-कश्मीर में उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था और क्षेत्र की राजनीति, संस्कृति और सामाजिक संरचना से अच्छी तरह वाकिफ हैं. 2019 में जम्मू-कश्मीर से अलग होकर केंद्र शासित प्रदेश बने लद्दाख की जटिल भौगोलिक और सामरिक स्थिति को देखते हुए गुप्ता की नियुक्ति को रणनीतिक माना जा रहा है. उनकी नियुक्ति से केंद्र सरकार का यह संदेश साफ है कि लद्दाख में प्रशासनिक स्थिरता और विकास को प्राथमिकता दी जाएगी.

राष्ट्रपति भवन ने यह भी स्पष्ट किया कि ब्रिगेडियर (डॉ.) बी.डी. मिश्रा का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है, जिन्होंने लद्दाख के उपराज्यपाल के रूप में 2019 से अपनी सेवाएं दी थीं. मिश्रा के कार्यकाल में लद्दाख में विकास और सुरक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए थे.