Asaduddin Owaisi advice to married men: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को शादीशुदा पुरुषों से खास अपील की. हैदराबाद सांसद ने इस्लामिक शिक्षा का हवाला देते हुए पुरुषों से महिलाओं पर जुल्म न करने की अपील की. उन्होंने कहा कि कहा कि एक शादीशुदा आदमी को जब अपनी पत्नी पर गुस्सा आए, तो उस पर प्रतिक्रिया देने के बजाय चुप रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि गुस्सा आने के बाद अपनी भड़ास निकालने के लिए पत्नी की पिटाई करने में कोई मर्दानगी नहीं है.
हैदराबाद में AIMIM की ओर से आयोजित 'इस्लाम में ख्वातीन का मकाम' (इस्लाम में महिलाओं की स्थिति) नाम की सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने ये बातें कही. ओवैसी के सोशल मीडिया पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया गया है, जिसमें वे महिलाओं के सम्मान की अपील कर रहे हैं. वीडियो में ओवैसी कहते हैं कि पत्नी पर अपना गुस्सा निकालने या उस पर कटाक्ष करने में कोई मर्दानगी नहीं है, बल्कि उसके गुस्से को सहन करने में है.
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— AIMIM (@aimim_national) February 4, 2024
वीडियो में ओवैसी कहते दिख रहे हैं कि अगर आप पैगंबर मुहम्मद के सच्चे अनुयायी हैं तो मुझे बताएं, क्या पैगंबर ने अपने जीवन में कभी किसी महिला पर हाथ उठाया था? ओवैसी ने ये भी कहा कि इस्लाम ने महिलाओं को आपके काम से लौटने पर आपके कपड़े धोने, आपके लिए खाना बनाने या आपकी सेवा करने का निर्देश नहीं दिया है.
उन्होंने कहा कि कुरान में कहीं भी यह नहीं लिखा है कि आपकी पत्नी आपके कपड़े धोने, आपके लिए खाना बनाने या काम से लौटने पर आपका शरीर दबाने के लिए है. इस्लाम ये भी कहता है कि पति को अपनी पत्नी की कमाई पर कोई अधिकार नहीं है. लेकिन, पति की कमाई पर पत्नी का अधिकार है क्योंकि उसे घर चलाना है. उन्होंने यह भी कहा कि कई पति अक्सर खाना न बनाने के लिए अपनी पत्नी की आलोचना करते हैं, या उनके पाक कौशल में खामियां निकालते हैं. मेरे भाइयों, यह इस्लाम है. ये सब कहीं नहीं लिखा है.