PM Modi-Anthropic CEO Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका स्थित AI सेफ्टी और रिसर्च कंपनी Anthropic के सीईओ डारियो अमोदोई की मुलाकात ने भारत में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) क्षेत्र के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं. यह बैठक शनिवार को हुई, जिसमें दोनों के बीच AI के विस्तार और भारत में कंपनी की भूमिका को लेकर विस्तृत चर्चा हुई.
डारियो अमोदोई ने मुलाकात के बाद X प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए भारत की प्रशंसा की और बताया कि उनकी कंपनी भारत में AI से जुड़ी तकनीक को आगे बढ़ाने के लिए काम करेगी. उन्होंने लिखा कि भारत में शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि जैसे क्षेत्रों में AI का उपयोग भविष्य को नया आकार देगा. उन्होंने बताया कि जून के बाद से भारत में Claude Code का उपयोग 5 प्रतिशत तक बढ़ा है, जो यहां की तकनीकी प्रगति का संकेत है.
Glad to meet you. India’s vibrant tech ecosystem and talented youth are driving AI innovation that is human-centric and responsible. We welcome Anthropic’s expansion and look forward to working together to harness AI for growth across key sectors.@DarioAmodei https://t.co/XgsZb70uyJ
— Narendra Modi (@narendramodi) October 11, 2025Also Read
Anthropic कंपनी Google समर्थित एक प्रमुख AI सेफ्टी और रिसर्च स्टार्टअप है. अब कंपनी ने घोषणा की है कि वह भारत में अपना नया ऑफिस खोलेगी. इसके लिए बेंगलुरु को चुना गया है. यह कदम भारत में बढ़ते डिजिटल यूजर्स और AI क्षेत्र की संभावनाओं को देखते हुए उठाया गया है. भारत में लगभग 1 अरब इंटरनेट यूजर्स हैं, जो AI तकनीक को अपनाने के लिए एक बड़ा आधार प्रदान करते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मुलाकात पर प्रतिक्रिया दी और डारियो अमोदोई की पोस्ट को रिट्वीट करते हुए कहा कि भारत का टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम और टैलेंट AI क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत में Anthropic के विस्तार का स्वागत किया जाएगा.
इस बैठक के बाद यह साफ हो गया है कि भारत जल्द ही AI इनोवेशन और विकास में एक वैश्विक केंद्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. जहां एक ओर Google, OpenAI, DeepSeek, chatgtp और Perplexity जैसे AI प्लेयर्स पहले से मौजूद हैं, वहीं Anthropic का आगमन भारत के टेक सेक्टर के लिए एक नया अध्याय जोड़ेगा. भारत में AI का इस्तेमाल शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती और सरकारी सेवाओं के डिजिटलीकरण में अहम भूमिका निभा सकता है.