Arvinder Bahal Space: आगरा में जन्मे और अमेरिका में बसे अरविंदर सिंह बहल, जिन्हें ‘अर्वी’ के नाम से जाना जाता है, आज यानी 3 अगस्त को ब्लू ओरिजिन की स्पेस टूरिज्म फ्लाइट NS-34 के जरिए अंतरिक्ष की दहलीज तक पहुंचने जा रहे हैं. यह मिशन अमेरिका के टेक्सास से लॉन्च होगा और यह ब्लू ओरिजिन का 14वां मानव मिशन होगा. इस उड़ान के साथ अर्वी बहल का दशकों पुराना अंतरिक्ष का सपना पूरा होने जा रहा है.
करीब 80 साल के अर्वी बहल एक जाने-माने अंतरराष्ट्रीय यात्री, रियल एस्टेट इन्वेस्टर और फोटोग्राफर हैं. उन्होंने अब तक दुनिया के 196 देशों और सातों महाद्वीपों की यात्रा की है. वह उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव पर जा चुके हैं, माउंट एवरेस्ट के ऊपर से स्काइडाइविंग कर चुके हैं, और गीजा के पिरामिड देख चुके हैं. उनके पास प्राइवेट पायलट लाइसेंस भी है.
13 अक्टूबर 1945 को आगरा में जन्मे अर्वी ने ताजमहल के पास बचपन बिताया. वह एक श्रद्धालु सिख हैं और कभी भारतीय सेना में शामिल होने की इच्छा भी रखते थे. NDA से बाहर निकलने के बाद उन्होंने दार्जिलिंग के एक स्कॉटिश टी एस्टेट में काम किया और फिर दिल्ली के पास गारमेंट व्यवसाय शुरू किया.
1975 में केवल $108 लेकर अमेरिका पहुंचे, और यहीं बस गए. कुछ वर्षों बाद उन्होंने नागरिकता प्राप्त की और रियल एस्टेट में कदम रखा. आज वह अमेरिका की Bahal Properties नामक कंपनी के प्रमुख हैं. उनके परिवार में पत्नी पामेला, बेटा सुखविंदर जो फिनटेक प्रोफेशनल है, बेटी ताशा जो वकील है, और पोते-पोतियां शामिल हैं.
अर्वी बहल का अंतरिक्ष के प्रति आकर्षण नया नहीं है. एक दशक पहले उन्होंने रिचर्ड ब्रैनसन की कंपनी वर्जिन गैलेक्टिक में सीट बुक कराई थी, लेकिन कंपनी 2023 में बंद हो गई. इसके बाद उन्होंने जेफ बेजोस की ब्लू ओरिजिन के साथ जुड़ने का फैसला किया.
इनके साथ इस उड़ान में तुर्की के कारोबारी गोखान एर्डेम, प्यूर्टो रिको की मौसम विज्ञानी डेबोरा मार्टोरेल, ब्रिटिश समाजसेवी लायनल पिचफोर्ड, उद्यमी जेडी रसेल और ग्रेनेडा के पूर्व राजदूत जस्टिन सन शामिल होंगे.
ब्लू ओरिजिन का यह मिशन करीब 11 मिनट की उड़ान के बाद यात्रियों को पृथ्वी की सतह पर सुरक्षित लौटाएगा, जो Kármán Line से ऊपर अंतरिक्ष की सीमा तक जाता है. अब तक 70 से अधिक लोग इस मिशन के जरिए अंतरिक्ष जा चुके हैं.