मुंबई के सायन इलाके में 16 वर्षीय किशोर की संदिग्ध मौत की गुत्थी सुलझ गई है. पहले मामला सामान्य बीमारी जैसा दिखा, लेकिन जांच में सामने आया कि यह सुनियोजित हत्या थी. 19 वर्षीय चाचा ने कीटनाशक की गोलियां पीसकर एनर्जी ड्रिंक में मिलाकर अपने ही भतीजे को पिला दी, जिससे उसकी मौत हो गई.
28 जून को जब किशोर घर नहीं लौटा, तो उसके परिवार वालों ने उसकी तलाश शुरू की और पुलिस से संपर्क किया. अगले दिन उसका शव उसी के चाचा के घर पर मिला, जहां चाचा खुद भी पेट दर्द और उल्टी की शिकायत कर रहा था. उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया. चाचा ने पुलिस को बताया कि वह और उसका भतीजा किसी दोस्त से मिलने गए थे, जिन्होंने उन्हें एनर्जी ड्रिंक दी. लेकिन यह बात जांच में झूठी साबित हुई.
चाचा की कहानी में कई झोल थे. पुलिस ने जब घटनास्थल और आसपास के लोगों से पूछताछ की, तो पता चला कि किसी तीसरे व्यक्ति का कोई ज़िक्र नहीं था. दुकान के पास लगे कैमरों की जांच में सामने आया कि एनर्जी ड्रिंक आरोपी ने खुद खरीदी थी और वहीं पी गई थी. मृतक के दोस्तों ने भी बताया कि आरोपी भतीजे से नाराज़ था क्योंकि वह उससे दूरी बना रहा था और केवल पैसों की ज़रूरत में ही संपर्क करता था.
जांच में पता चला कि आरोपी हाल ही में बिहार के मधुबनी गया था, जहां से उसने कीटनाशक की गोलियां खरीदीं. मुंबई लौटकर उसने उन्हें पीसकर उस एनर्जी ड्रिंक में मिला दिया जिसे उसका भतीजा पसंद करता था. शक से बचने के लिए आरोपी ने खुद भी कुछ घूंट पिए, जिससे वह भी बीमार हो गया. लेकिन ज्यादा मात्रा भतीजे को पिलाई गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
पुलिस ने आरोपी को अस्पताल से छुट्टी मिलने का इंतज़ार किया और फिर उससे पूछताछ की. पूछताछ में आरोपी टूट गया और हत्या की बात स्वीकार कर ली. उसने बताया कि भतीजा उसे नजरअंदाज करता था, फोन नहीं उठाता था और सिर्फ पैसे के लिए ही उससे मिलता था. यह बात उसे बेहद खलती थी. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या और संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. आगे की जांच जारी है.