जम्मू-कश्मीर में नई सरकार बनने के दो दिन बाद शोपिया में आतंकवादियों ने एक गैर स्थानीय शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी है. मृतक के शव को जिला अस्पताल भेजा गया है. इससे पहले अनंतनाग जिले में भारतीय सेना का एक जवान मृत पाया गया था. इस महीने की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकवादियों ने भारतीय सेना के जवान का अपहरण करने जाने के बाद उसकी हत्या कर दी थी.
मृतक जवान के शरीर पर गोली के निशान थे. यह जानकारी 9 अक्टूबर को पुलिस सूत्रों के दी. बता दें कि 8 अक्तूबर को सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा आंतकियों के खिलाफ संयुक्त अभियान शुरू किया गया था. ये अभियान अनंतनाग के जंगल क्षेत्र में चलाया गया था.
दो जवानों का किया था अपहरण
आतंकवादियों ने इस दौरान सेना के दो जवानों का अपहरण कर लिया गया था. इसमें से एक गोली लगने के बावजूद भागने में सफल रहा था. शुक्रवार को आतंकियों ने एक बार टारगेट किलिंग करते हुए गैर कश्मीरी शख्स की गोली मारी कर जान ले ली. सुरक्षाबलों ने मौके पर पहुंचकर इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी है.
नई सरकार बनने के बाद पहला हमला
जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हुए और केंद्र शासित प्रदेश बन चुके जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस की अगुवाई में नई सरकार बनी है. पार्टी के उपाध्यक्ष उमर अबदुल्ला जम्मू-कश्मीर के नए मुख्यमंत्री बने हैं.
आतंकवादी गैर स्थानीय लोगों को कर रहे हैं टार्गेट
आतंकवादियों की बात करें तो वो जम्मू-कश्मीर में लगातार गैर स्थीनय लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं. फरवरी में श्रीनगर के हब्बा कदल इलाके में आतंकियों ने सिख समुदाय के दो लोगों की AK राइफल से गोली मार हत्या दी थी. फरवरी 2023 ने भी आतंकियों ने पुलवामा में एक कश्मीरी पंडित की हत्या कर दी थी. वहीं साल 2023 में मई के महीने में आतंकवादियों ने अनंतनाग के रहने वाले शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी थी.