कम वोटिंग के बाद टेंशन में आ गई थी बीजेपी? अमित शाह ने मान ली पहले चरण वाले प्रेशर की बात
Lok Sabha Elections: बीजेपी की रणनीति के पीछे के मास्टरमाइंड कहे जाने वाले अमित शाह ने स्वीकार किया है कि पहले चरण की वोटिंग के बाद उन्हें भी थोड़ी चिंता जरूर हुई थी.
लोकसभा चुनाव के चार चरण के लिए वोटिंग हो चुकी है. आज पांचवें चरण की 49 सीटों पर वोटिंग हो रही है. इस बीच केंद्री गृहमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने कुछ ऐसा कहा है जो पहले विपक्षी पार्टियां बीजेपी के बारे में कह रही हैं. अमित शाह ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा है कि पहले चरण में हुई कम वोटिंग के बाद बीजेपी को थोड़ी चिंता जरूर हुई थी. बता दें कि पहले चरण में कम वोटिंग होने के बाद विपक्षी पार्टियों ने दावा किया था कि पहले राउंड से ही बीजेपी की हवा निकल गई है और अब INDIA गठबंधन आगे चल रहा है.
इस इंटरव्यू में अमित शाह ने विदेशी एजेंसियों को भी आड़े हाथ लिया. विदेशी पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स के मुताबिक, बीजेपी की सीटें कम होने के अनुममान पर अमित शाह ने कहा कि विदेशी एजेंसियां भारत में ठीक से सर्वे नहीं करवा पाती हैं. अमित शाह ने यह भी दावा किया कि बीजेपी इस बार उन राज्यों में भी शानदार प्रदर्शन करने जा रही है जहां अब तक वह सबसे कमजोर नजर आती थी और उसकी सीटें वहां पर सबसे कम रहती थीं.
क्यों हो गई थी टेंशन?
अमित शाह ने इस इंटरव्यू में कहा, 'पहले चरण के बाद हमें चिंता हुई थी लेकिन तीसरे चरण के बाद पचा चला कि विपक्षी वोटर कम मतदान कर रहे हैं. विपक्ष बहुत निराश है लेकिन परिणाम पीएम मोदी के पक्ष में हैं. ऐसे में उन्हें लगता है कि गर्मी में बाहर निकलने से बेहतर है घर में बैठो. हालांकि, लोकतंत्र के लिए यह अच्छा नहीं है. उन्हें वोटिंग करनी चाहिए लेकिन INDIA गठबंधन के मतदाताओं में बहुत कन्फ्यूजन है.'
गृहमंत्री अमित शाह ने आगे कहा, 'असम, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा जैसे राज्यों में ज्यादा वोटिंग होती थी. इस बार वहां भी कम वोटिंग हुई है. आप थोड़ा विश्लेषण करें तो पता चलता है कि कांग्रेस का जहां समर्थन ज्यादा था वहीं पर कम वोटिंग हुई है. हम जमीनी स्तर पर चुनाव लड़ रहे हैं. कार्यकर्ताओं के फीडबैक के आधार पर हमें पता है कि चिंता की कोई बात नहीं है.'
अमित शाह ने दावा किया है कि एक बार फिर से पीएम नरेंद्र मोदी ही देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. अमित शाह ने कि इस बार बीजेपी कर्नाटक, तेलंगाना, केरल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में भी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. उन्होंने भरोसा जताया है कि ओडिशा के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करके इस बार बीजेपी वहां भी सरकार बनाने जा रही है.