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India Daily

एयर इंडिया ने रद्द की टोरंटो, दुबई और बाली की फ्लाइट्स, सुरक्षा और तकनीकी कारणों को बताया जिम्मेदार

18 जून को दुबई-दिल्ली उड़ान AI996 को तकनीकी कारणों से रद्द किया गया, और यात्रियों को बोर्डिंग के बाद उतारा गया. वहीं, दिल्ली-बाली उड़ान AI2145 को बाली हवाई अड्डे के पास ज्वालामुखी विस्फोट की खबरों के कारण बीच रास्ते से दिल्ली वापस बुला लिया गया.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Air India cancelled flights to Toronto, Dubai and Bali due to security and technical reasons

एयर इंडिया ने बुधवार को तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को विभिन्न कारणों, जैसे रखरखाव और तकनीकी समस्याओं के चलते रद्द कर दिया. दो उड़ानों को रद्द करने का फैसला तब लिया गया, जब यात्री पहले ही विमान में सवार हो चुके थे. एयर इंडिया ने बताया कि टोरंटो-दिल्ली उड़ान AI188 को 18 जून को लंबे रखरखाव और चालक दल के नियामक उड़ान ड्यूटी समय सीमा के कारण रद्द करना पड़ा. इस उड़ान में सवार यात्रियों को विमान से उतार लिया गया.

इसी तरह, 18 जून को दुबई-दिल्ली उड़ान AI996 को तकनीकी कारणों से रद्द किया गया, और यात्रियों को बोर्डिंग के बाद उतारा गया. वहीं, दिल्ली-बाली उड़ान AI2145 को बाली हवाई अड्डे के पास ज्वालामुखी विस्फोट की खबरों के कारण बीच रास्ते से दिल्ली वापस बुला लिया गया. सुरक्षा के हित में यह कदम उठाया गया, और विमान सुरक्षित रूप से दिल्ली लौट आया. सभी यात्रियों को सुरक्षित उतारा गया.

यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था

एयर इंडिया ने कहा कि उसकी ग्राउंड टीमें यात्रियों को उनके गंतव्यों तक जल्द से जल्द पहुंचाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं कर रही हैं. रद्द उड़ानों के लिए पूर्ण रिफंड या मुफ्त रीशेड्यूलिंग की पेशकश भी की गई है.

बोइंग 787 बेड़े की जांच

12 जून को बोइंग 787-8 दुर्घटना, जिसमें 241 लोगों की मौत हुई थी, के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के बोइंग 787 बेड़े की गहन निगरानी का आदेश दिया. इस बेड़े में 26 787-8 और सात 787-9 विमान शामिल हैं. 12 से 17 जून के बीच 66 उड़ानें रद्द की गईं. डीजीसीए ने हाल की रखरखाव समस्याओं पर चिंता जताते हुए एयर इंडिया को इंजीनियरिंग, संचालन और ग्राउंड हैंडलिंग इकाइयों में समन्वय बढ़ाने और पर्याप्त स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने की सलाह दी. डीजीसीए ने कहा, “विमानों और संबंधित रखरखाव प्रणालियों में मौजूदा सुरक्षा मानकों का पालन पाया गया.”