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India Daily

Mumbai Rain: मुंबई की सड़कें फिर बनेगी तालाब! अगले 2 दिनों तक होगी तेज बारिश; IMD ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट

Mumbai Weather: आईएमडी ने मुंबई में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है. महाराष्ट्र सरकार के नियंत्रण कक्ष के अनुसार, 21 अगस्त तक मुंबई और पूरे राज्य में भारी बारिश की संभावना है।

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Edited By: Princy Sharma
Mumbai Rain Weather
Courtesy: Pinterest

Mumbai Rain Weather: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोमवार और मंगलवार को मुंबई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. यह चेतावनी वीकेंड में शहर में हुई भारी बारिश के बाद आंशिक राहत के रूप में आई है. 

शनिवार सुबह, IMD ने मुंबई के लिए रेड अलर्ट जारी किया था. शनिवार और रविवार को सुबह के समय मुंबई में द्वीपीय शहर में 84.80 mm, पूर्वी उपनगरों में 68.60mm और पश्चिमी उपनगरों में 97.16 mm बारिश दर्द हुई. रविवार सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे के बीच, द्वीपीय शहर में 23.81mm, पूर्वी उपनगरों में 25.01mm और पश्चिमी उपनगरों में 18.47 mm बारिश हुई. किसी बड़ी घटना या जलभराव की सूचना नहीं मिली. 

मुंबई में बारिश 

वहीं, रविवार सुबह तक मुंबई में कुल बारिश एवरेज 63.39% बारिश हुई थी. मानसून की शुरुआत के बाद से, कोलाबा वेधशाला ने 1257mm वर्षा दर्ज की है, जो इसके वार्षिक औसत का 60 प्रतिशत है, जबकि सांताक्रूज में 1564.2 mm वर्षा दर्ज की गई है, जो एवरेज का 76.08% है.

गणेश प्रतिमाओं को प्लास्टिक से ढका

हालांकि, ये आंकड़े पिछले साल से कम हैं. 17 अगस्त, 2024 तक, कोलाबा में 2038.1 मिमी (वार्षिक औसत का 84.15 प्रतिशत) वर्षा हुई थी, जबकि सांताक्रूज़ में 2319 मिमी (86.58 प्रतिशत) वर्षा हुई थी. कोलाबा में प्रति वर्ष औसतन 2095 मिमी और सांताक्रूज में 2319 मिमी वर्षा होती है. एहतियात के तौर पर, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की तीन टीमों को मुंबई में तैनात किया गया है. रविवार को परेल में बारिश से बचाने के लिए गणेश प्रतिमाओं को प्लास्टिक से ढका जाएगा.

IMD ने दिया अपडेट

महाराष्ट्र सरकार के नियंत्रण कक्ष के अनुसार, मुंबई और राज्य में 21 अगस्त तक भारी बारिश होने की संभावना है. IMD के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, 'यह उत्तर-पूर्वी अरब सागर और उससे सटे दक्षिण गुजरात, कोंकण और दक्षिण गोवा के ऊपर ऊपरी हवा में एक चक्रवाती परिसंचरण के कारण है. उत्तर-पूर्वी अरब सागर से महाराष्ट्र होते हुए छत्तीसगढ़ तक एक द्रोणिका रेखा फैली हुई है, जो छत्तीसगढ़ पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र से जुड़ी हुई है. इससे महाराष्ट्र में भारी बारिश हो सकती है.'

1257 मिमी
इस वर्ष कोलाबा वेधशाला द्वारा दर्ज की गई वर्षा

1564.2 मिमी
इस वर्ष सांताक्रूज वेधशाला द्वारा दर्ज की गई वर्षा