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India Daily

Mumbai Girl Falls: 4 साल की बच्ची 12वें फ्लोर से गिरी नीचे, मां की निकल गई चीख, वीडियो देखकर कलेजा आ जाएगा बाहर

Mumbai Girl Falls: मुंबई के नायगांव में 4 साल की बच्ची अनविका प्रजापति की 12वीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई. मां ने बच्ची को शू रैक पर बैठाया था, जहां से वह खिड़की की चौखट पर चढ़ने की कोशिश करते हुए गिर गई. यह पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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Edited By: Km Jaya
Mumbai CCTV Incident
Courtesy: Social Media

Mumbai Girl Falls: मुंबई से एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है, जहां महज 4 साल की एक मासूम बच्ची की ऊंची इमारत से गिरकर मौत हो गई. यह घटना बुधवार रात 8 बजे के आसपास नवकार सिटी, नायगांव (पश्चिम) की एक 12वीं मंजिल की इमारत में हुई, जब बच्ची की मां ने उसे जूते की अलमारी पर बैठा दिया था.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना मुंबई के नायगांव स्थित नवकार सिटी की है. मृत बच्ची की पहचान अनविका प्रजापति के रूप में हुई है. घटना के सीसीटीवी फुटेज में यह देखा गया कि अनविका और उसकी मां शाम को कहीं बाहर जाने के लिए तैयार हो रहे थे. अनविका घर से बाहर निकलती है और उसकी मां उसे जूते पहनाने की तैयारी में होती है. इसी दौरान वह बच्ची को जूते रखने की ऊंची अलमारी पर बिठा देती है.

घटना का वीडियो आया सामने 

12वीं मंजिल से गिरी नीचे

कुछ ही सेकंड में बच्ची उस रैक पर खड़ी हो जाती है और खिड़की की चौखट पर बैठने की कोशिश करती है लेकिन संतुलन बिगड़ने से वह 12वीं मंजिल की खिड़की से सीधे नीचे गिर जाती है.

मां की निकल गई चीखें

बच्ची के गिरते ही मां चिल्लाने लगती है और पड़ोसी दौड़कर मदद के लिए आते हैं. आनन-फानन में बच्ची को वसई वेस्ट स्थित सर डीएम पेटिट अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

हादसे के बाद शुरू हुई जांच

मुंबई पुलिस ने घटना की एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि खिड़की पर ग्रिल थी या नहीं, और बालकनी व शू रैक की ऊंचाई कितनी थी. हालांकि प्राथमिक जांच में यह एक दुर्घटनावश हुई मौत मानी जा रही है, लेकिन मां की लापरवाही को लेकर सवाल जरूर खड़े हो रहे हैं.

सीसीटीवी फुटेज से खुलासा

इस पूरी घटना की रिकॉर्डिंग इमारत में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है, जिससे पूरे हादसे का क्रम स्पष्ट हुआ। बच्ची की मासूमियत और मां की एक छोटी सी असावधानी ने एक हंसते-खेलते परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है.

विशेषज्ञों की सलाह

बाल विशेषज्ञों और मनोवैज्ञानिकों ने इस घटना के बाद अभिभावकों को सतर्क रहने की सलाह दी है. छोटी उम्र के बच्चों को ऊंचाई पर बैठाना, खुली खिड़कियों के पास छोड़ना या बैठाना घातक साबित हो सकता है.