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India Daily

भारतीय और कोरियाई तटरक्षक बल की 13वीं उच्च स्तरीय बैठक, समुद्री सहयोग को मिलेगा बढ़ावा

भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) और कोरियाई तटरक्षक बल (केसीजी) के बीच 13वीं उच्च स्तरीय बैठक (एचएलएम) 21 जुलाई 2025 को नई दिल्ली में संपन्न हुई.

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Edited By: Garima Singh
13th HIGH LEVEL MEETING BETWEEN
Courtesy: x

Indian-Korean Coast Guard: भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) और कोरियाई तटरक्षक बल (केसीजी) के बीच 13वीं उच्च स्तरीय बैठक (एचएलएम) 21 जुलाई 2025 को नई दिल्ली में संपन्न हुई. इस महत्वपूर्ण बैठक ने दोनों देशों के बीच समुद्री सहयोग को और सुदृढ़ करने का मार्ग प्रशस्त किया. बैठक की अध्यक्षता भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक श्री एस. परमेश, AVSM, PTM, TM और कोरिया तटरक्षक बल के आयुक्त जनरल किम योंग जिन ने की. किम 20 से 24 जुलाई 2025 तक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं.

बैठक में समुद्री खोज और बचाव (एसएआर), प्रदूषण प्रतिक्रिया (पीआर), और समुद्री कानून प्रवर्तन (एमएलई) जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर गहन विचार-विमर्श हुआ. दोनों पक्षों ने 2006 में हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (एमओयू) के तहत सहयोग के ढांचे को और प्रभावी बनाने पर जोर दिया. इस दौरान, सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान, अंतर-संचालन को बढ़ावा देने और नियमित कार्मिक आदान-प्रदान को बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया गया. महानिदेशक एस. परमेश ने कहा, “यह बैठक दोनों तटरक्षक बलों के बीच साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का अवसर है. हम समुद्री सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लिए संयुक्त रूप से प्रतिबद्ध हैं.” वहीं, आयुक्त जनरल किम योंग जिन ने जोड़ा, “हमारे सहयोग से क्षेत्रीय समुद्री स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा.”

मुंबई में औद्योगिक और परिचालन दौरा

इस यात्रा के हिस्से के रूप में, कोरियाई प्रतिनिधिमंडल 23-24 जुलाई 2025 को मुंबई का दौरा करेगा. इस दौरान, वे मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) और भारतीय तटरक्षक बल के गश्ती पोत का दौरा करेंगे. यह दौरा दोनों देशों के बीच समुद्री औद्योगिक और परिचालन संबंधों को और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. इस पहल से तकनीकी आदान-प्रदान और संयुक्त परियोजनाओं को बढ़ावा मिलेगा.

क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा को नई गति

इस बैठक ने भारत और कोरिया के तटरक्षक बलों के बीच लंबे समय से चले आ रहे पेशेवर संबंधों को न केवल मजबूती प्रदान की, बल्कि क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा, संरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लिए संयुक्त प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया. दोनों पक्षों ने समुद्री चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी साझा दृष्टि और सहयोग को और गहरा करने का संकल्प लिया.

भविष्य की राह

यह बैठक भारत और कोरिया के बीच समुद्री क्षेत्र में सहयोग का एक नया अध्याय शुरू करने का प्रतीक है. दोनों तटरक्षक बलों ने क्षेत्रीय स्थिरता, समुद्री सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. इस तरह की पहल न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करती हैं, बल्कि वैश्विक समुद्री समुदाय के लिए भी एक मिसाल कायम करती हैं.