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मिसाइल टेस्ट कराने के लिए हटा दिए गए 10 गांवों के 10 हजार लोग, मुआवजे में सिर्फ 300 रुपये मिलने पर भड़क उठा गुस्सा

मिसाइल का परीक्षण बालासोर के चांदीपुर के इंटीग्रेडेट टेस्टिंग रेंज (ITR) के लॉन्च पैड-3 से होगा. मिसाइल के परीक्षण के लिए 10 गांव के 10 हजार लोगों को विस्थापित किया गया और मुआवजे ते कौर पर उन्हें 300 रुपए की रकम दी गई है, हालांकि ग्रामीण इस रकम से खुश नहीं हैं. उनका कहना है कि प्रशासन ने लंबे समय से अस्थाई रूप से विस्थापन के लिए दी जाने वाली मुआवजे की राशि में कोई बदलाव नहीं किया है.

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Edited By: India Daily Live
 missile testing in Balasore
Courtesy: social media

Odisha News: ओडिशा के बालासोर में बुधवार को एक मिसाइल का परीक्षण किया जाना है. इसके लिए 10 गांवों के 10 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है. साथ ही शिफ्ट किए गए लोगों को मुआवजे के तौर पर 300 रुपए देने का भी ऐलान किया गया है. हालांकि ग्रामीण मुआवजे की इस रकम से खुश नहीं हैं. उनका कहना है कि यह रकम काफी कम है.

मिसाइल का परीक्षण बालासोर के चांदीपुर के इंटीग्रेडेट टेस्टिंग रेंज (ITR) के लॉन्च पैड-3 से होगा. डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने इसके अलावा मिसाइल से जुड़ी कोई जानकारी साझा नहीं की है.  हालांकि रक्षा मंत्रालय का कहना है कि मिसाइल के परीक्षण से पहले अलग-अलग चरण में इसकी तैयारी की जाती है. इसमें तय किया जाता है कि जमीन पर कितनी दूरी पर मिसाइल का प्रभाव पड़ेगा.

मुआवजे की रकम में लंबे समय से कोई बदलाव नहीं

जितने इलाके में मिसाइल का प्रभाव हो सकता है उस इलाके को खाली कराकर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है और उन्हें 300 रुपए मुआवजा दिया गया है, हालांकि ग्रामीण इस रकम से खुश नहीं हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जिला प्रशासन ने अस्थायी रूप से विस्थापितों के लिए तय की गई मुआवजे की रकम में लंबे समय से कोई बदलाव नहीं किया है.

मछुआरों और खेतिहर मजदूरों को कोई मुआवजा नहीं 

उनका कहना है कि लॉन्चिंग रेंज में एक तालाब भी आता है, जहां काम करने वाले मछुआरों और खेतिहर मजदूरों को अभी कोई मुजावजा नहीं दिया जाता है. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में बालासोर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है और मांग को जल्द मानने की मांग की है.

सुबह 4 बजे मकान खाली करने के आदेश
प्रशासन ने मिसाइल लॉन्चिंग से पहले लॉन्च पैड के 3.5 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले 10,581 लोगों को अस्थायी रूप से हटाया गया है. जिला प्रशासन ने हटाए जाने वाले लोगों को पहले ही बता दिया था कि 24 जुलाई की सुबह 4 बजे उन्हें घर छोड़कर अस्थाई कैंप में जाना होगा और मिसाइल टेस्टिंग के बाद प्रशासन के आदेश पर ही ये सभी अपने घर वापस आ सकेंगे.

खाते में ट्रांसफर की जाएगी मुआवजे की रकम
 प्रशासन ने कहा है कि मिसाइल टेस्टिंग से प्रभावित होने वाले लोगों को अस्थाई कैंप में शिफ्ट किया गया है और वहां लोगों के रहने और खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की गई है. अधिकारियों ने बताया कि मुआवजे की रकम लोगों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी. मुआवजे के तौर पर प्रति व्यक्ति 300 रुपए दिए जाएंगे. 18 साल से कम उम्र के लोगों को मुआवजे के तौर पर 150 रुपए और बच्चों को खाने-पीने के लिए 75 रुपए अलग से दिए जाएंगे.